- हाइवे पर पांच घंटे तक पड़ा रहा युवक का शव, पुलिस सीमा विवाद में उलझी रही

- शव क्षत-विक्षत होने से पहचान का विकल्प खत्म, कपड़ों से शिनाख्त में जुटी पुलिस

KANPUR : सचेण्डी में रविवार को दर्दनाक हादसे में मित्र पुलिस का मानवता को शर्मसार और संवेदनहीन चेहरा सामने आया। तड़के हाइवे पर अज्ञात वाहन ने एक युवक को रौंद दिया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई, लेकिन पुलिस उसकी लाश को उठवाने के बजाय सीमा विवाद में उलझ गई। पुलिस की इस लापरवाही से उसका शव घंटों हाइवे पर पड़ा रहा और उसके ऊपर से वाहन गुजरते गए। जिससे उसका शव इस कदर तक क्षत विक्षत हो गया कि अब सिर्फ कपड़ों से ही उसकी शिनाख्त करने का विकल्प बचा है। जब एक आला अफसर ने थाने में फोन कर फटकार लगाई तो आनन-फानन में शव को उठवाकर पोस्टमार्टम भेजा गया। इस बाबत सचेण्डी के कार्यवाहक एसओ ने कोहरे का बहाना बनाते हुए कहा कि कोहरे की वजह से किसी को शव दिखाई नहीं दिया।

डायल-100 भी नहीं पहुंची

सचेण्डी में रविवार को भौंती नेशनल हाइवे पर सागर ढाबा है। रविवार को तड़के ढाबे के पास से एक युवक हाइवे क्रॉस कर रहा था कि अज्ञात वाहन उसको रौंदते हुए निकल गया। हादसे में युवक की मौत होने पर इलाकाई लोगों ने कंट्रोल रूम में सूचना दी, लेकिन घंटों तक न तो थाने से कोई पुलिस कर्मी वहां पहुंचा और न ही यूपी 100 के सिपाही। उसका शव वैसे ही लावारिश हालत में हाइवे पर पड़ा रहा। इस दौरान इलाकाई लोगों ने अपने सोर्सेज से जानकारी की तो पता चला कि सचेण्डी और पनकी पुलिस सीमा विवाद को लेकर उलझ गई है। दोनों थाने की पुलिस बला टालने के लिए एक दूसरे के थानाक्षेत्र का ठिकरा फोड़ रहे थे।

युवक की शिनाख्त का विकल्प खत्म

इलाकाई लोगों के मुताबिक पुलिस सूचना के करीब पांच घंटे बाद मौके पर पहुंची। इससे पुलिस के क्विक रिस्पॉन्स सिस्टम यानि डायल 100 और यूपी 100 की पोल भी खुल गई। वहीं पुलिस की लापरवाही से युवक के शव के टुकड़े हो गए। शव के ऊपर से लगातार वाहनों के गुजरने से उसका चेहरा लगभग नष्ट हो गया था, जिससे अब चेहरा देखकर शिनाख्त करने का विकल्प खत्म हो गया है। पुलिस उसके शवों के अवशेष को बटोर कर कपड़े की लपेटकर पोस्टमार्टम ले गई। जिससे अब उसके कपड़े से ही शिनाख्त का विकल्प बचा है, लेकिन वो भी खून से सने होने से यह भी इसकी भी उम्मीद खत्म नजर आ रही है।

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तड़के करीब चार से पांच के बीच में हादसा हुआ था, कोहरे की वजह से किसी को शव दिखाई नहीं दिया। जब पुलिस को सूचना मिली तो पुलिस बिना देरी के मौके पर पहुंच गई थी। पुलिस के लेट पहुंचने का आरोप गलत है।

-सुरेंद्र सिंह, कार्यवाहक एसओ सचेंडी थाना।