कानपुर (ब्यूरो) यह मोबाइल वेस्ट व्हीकल प्रति किलोग्राम लगभग छह रुपए के हिसाब से शुल्क चार्ज करेगी। इसके अलावा इसमें गीला कचरा की अलग अलग कैटेगरी बनाई है, यानी जितना ज्यादा कचरा उतना ही रेट में कनसेशन मिलेगा। एक बार में लगभग 30 किलोग्राम तक इसमें खाद बनाई जा सकती है। खाद बनाकर इसका निस्तारण नगर निगम या कंपनी करेगी।

इन शहरों में बनाई जा रही खाद
कंपनी के सीएमडी ने बताया कि उत्तर प्रदेश के कानुपर में यह पहला प्रोजक्ट है। कंपनी वर्तमान समय में भोपाल, इंदौर, उज्जैन, पूणे, सागर समेत अन्य सिटी में गीला कूड़ा लेकर खाद बनाई जा रही है।

सितंबर में दी गई थी प्रजेंटेशन
स्वाह रिसोर्स मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के सीएमडी समीर ने सिंतबर महीने में म्यूनिसिपल कमिश्नर शिवशरणप्पा जीएन के सामने अपने प्रोजेक्ट का प्रस्तुतीकरण किया था। उन्होंने बताया था कि कंपनी की 'मोबाइल वेस्ट प्रोसेसिंग व्हीकलÓ शहर में चलेगी। यह अपार्टमेंट, रेस्टोरेंट, हाउसिंग, होटल से गीला कूड़ा लेकर खाद बनाएगी और इसको बेचेगी। जिसके बाद म्यूनिसिपल कमिश्नर ने अफसरों को प्रोजेक्ट का अध्ययन करने को कहा था।

आएगी और मोबाइल व्हीकल
समीर ने बताया कि पहले एक मोबाइल वेस्ट व्हीकल से काम शुरू होगा। इसके बाद शहर में तकरीबन 20 से 25 और वैन मंगवाई जाएगी। इसके आने के बाद इन गीले कचरों से खाद और फिर कंप्रेस बायोगैस बनाई जाएगी।