-नकलमाफियाओं के तगड़े नेटवर्क के आगे डीआईओएस के प्लान हो रहे हैं फूल

-डीआईओएस और सचल दल के हर मूवमेंट की मिलती रहती है जानकारी

- पहले दिन के बाद डीआईओएस के सचल दल को नहीं मिल रही किसी सेंटर पर कोई गड़बड़ी

KANPUR: नकल माफियाओं ने अपना तगड़ा नेटवर्क खड़ा कर लिया है। उन्हें प्रशासन और शिक्षा विभाग के हर कदम जानकारी पहले ही मिल जाती है। यहां तक कि डीआईओएस के मूवमेंट की सूचना भी उनके पास आती रहती है। डीआईओएस किस एरिया में घूम रहे हैं, उनके एरिया में कौन सा सचल दल आ रहा है, हर अपडेट उन तक पहुंचता रहता है और वे अलर्ट हो जाते हैं। नकल माफियाओं को ये सूचना पहुंचाने वाले कोई और नहीं बल्कि डीआईओएस के सचल दल में शामिल 'विभीषण' हैं। इसीलिए बोर्ड परीक्षा केंद्रों में डीआईओएस जहां भी पहुंचते हैं उन्हें सबकुछ ठीकठाक ही मिलता है।

पूरा जिला घूमे, कुछ नहीं मिला

डिस्ट्रिक इंस्पेक्टर ऑफ स्कूल शिव पूजन पटेल पूरी शिद्दत के साथ यूपी बोर्ड की परीक्षा कराने में लगे हुए हैं। पहले दिन हिन्दी के पेपर में डीआईओएस ने आजाद मेमोरियल इंटर कॉलेज जगदीशपुर भैंसऊ मे हाई स्कूल के हिन्दी के पेपर में सब्जेक्ट टीचर को ड्यूटी करते पकड़ा था। एक अन्य सेंटर पर भी इस तरह का मामला उन्होंने पकड़ा था जिसके बाद सेंटर इंचार्ज की जमकर क्लास ली थी। इसके बाद डीआईओएस के सचल दल पूरे जिले में घूम रहा है लेकिन उन्हें किसी सेंटर पर कोई गड़बड़ी नहीं मिली।

आखिर कौन है वो

डीआईओएस के साथ चलने वाले सचल दल के मेंबर में कोई न कोई विभीषण का रोल निभा रहा है। यह मेंबर रूट के बारे में नकल माफियाओं को जानकारी दे रहा है। अन्य सचल दल किसी एरिया में जा रहे हैं इसकी भी जानकारी इस विभीषण को बातचीत में हो जाती है। इसके बाद मोबाइल से पूरी जानकारी इधर से उधर कर दी जा रही है। आखिरकार कौन हैं ये विभीषण है इस पर डीआईओएस भी नहीं समझ पा रहे हैं। डीआईओएस भी इस बात को लेकर गंभीर हैं कि प्लान लीक कैसे हो रहे हैं। मंगलवार को डीआईओएस के सचल दल ने बिठूर से लेकर बिल्हौर तक गदर काटी लेकिन कहीं कुछ नहीं मिला।

इन्हें तो गड़बड़ी मिल जाती है

प्रिंसिपल प्रेम बाबू सचान के सचल दल ने सेवा मंदिर इंटर कॉलेज मे उत्तरीपूरा में नकलची को पकड़ा था। इसके अलावा मंगलवार को ओएमएनटी मकसूदाबाद में बाबू और सेंटर इंचार्ज ही परीक्षा कराते मिले, टीचर सेंटर से गायब थे। इसी सचल दल ने दो छात्रों के पास से तलाशी में मोबाइल फोन भी बरामद किए थे। प्रिंसिपल मनीषा ने भी एक सेंटर पर एक नकलची छात्र को पकड़ा था। एकाउंट ऑफिसर के दल ने कई सेंटर पर सीटिंग प्लान को लेकर आपत्ति जताई थी।

यूपी बोर्ड परीक्षाओं के 9 दिन गुजर गए हैं। पहले दिन तो सब्जेक्ट टीचर ड्यूटी करते मिल गए थे लेकिन उसके बाद से किसी सेंटर पर कोई गड़बड़ी नहीं मिली है। इस बात की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता कि कोई रूट के बारे में सेंटर्स पर जानकारी पहुंचा रहा हो। अब कुछ फेर बदल सचल दल में कर देंगे।

शिव पूजन पटेल, डीआईओएस

9 दिन गुजर गए, पर्यवेक्षक गायब

यूपी बोर्ड की परीक्षाएं शुरू हुए एक वीक से ज्यादा टाइम हो गया है। क्म् फरवरी से पेपर शुरू हो गए थे। लेकिन कानपुर मंडल की बोर्ड परीक्षा की पर्यवेक्षक अपर निदेशक बेसिक शिक्षा रूबी सिंह का अभी तक अतापता नहीं है। पर्यवेक्षक ने परीक्षा राम भरोसे छोड़ रखी है। इस मुद्दे पर जब डीआईओएस से बात की गई तो उनका कहना था कि बड़े अधिकारी के बारे में हम कैसे बता सकते हैं।