- जीएसवीएम के 11 स्टूडेंट्स एसटीएफ के पूछताछ के नोटिस के बाद अंडरग्राउंड

- गिरफ्तार मेडिकल स्टूडेंट की 5 दिन की रिमांड मिली, जांच में देरी पर जताई नाराजगी

KANPUR:

व्यापमं घोटाले में फंसे मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट्स जेल जाने के डर से शुक्रवार को एसटीएफ की पूछताछ में भी नहीं पहुंचे। वहीं गिरफ्तार स्टूडेंट गोविंद पांडे से पूछताछ के लिए कोर्ट ने एसटीएफ को ख्क् जनवरी तक के लिए रिमांड मंजूर कर दी हैं। वहीं एसटीएफ की जांच में देरी होने पर कोर्ट ने नाराजगी भी जताई है। वहीं नोटिस के बाद भी पूछताछ के लिए नहीं पहुंचने वाले स्टूडेंट्स के खिलाफ अब एसटीएफ कड़ा कदम उठाने की तैयारी में है।

जिन्होंने रिसीव की नोटिस वह भी नहीं पहुंचे

बीते सोमवार को जब भोपाल एसटीएफ की टीम मेडिकल कॉलेज आई थी। तब उसने क्क् नए मेडिकल स्टूडेंट्स के नाम प्रिंसिपल को सौंपे थे और उन्हें शुक्रवार तक पूछताछ के लिए भोपाल पहुंचने के लिए कहा था। इस पर मेडिकल कॉलेज प्रशासन की ओर से दो मेडिकल स्टूडेंट्स को कैंपस में बाकी से संपर्क नहीं हो पाने पर उनके परिजनों को फोन करके पूछताछ के लिए जाने के लिए कहा गया था, लेकिन न तो नोटिस लेने के बाद कोई स्टूडेंट पहुंचा और न ही परिजनों को फोन करने का कोई असर हुआ।

एक आरोपी की म् दिन की न्यायिक रिमांड मिली

बीते सोमवार को भोपाल एसटीएफ ने मेडिकल कॉलेज के बीएच-क् हॉस्टल में छापा मार कर भदोही के ख्0क्फ् बैच के गोविंद कुमार पांडे को हिरासत में लिया था। पूछताछ के बाद पुलिस ने बुधवार को उसे जेल भी भेज दिया था। भोपाल एसटीएफ के डीएसपी डीएस बघेल ने बताया कि कोर्ट ने गोविंद की म् दिन की न्यायिक रिमांड मंजूर कर दी है। उससे पूछताछ फिर शुरू कर दी गई है। उसके रैकेटियर विकल्प राजपूत से संबंधों का खुलासा हुआ है। रैकेट में मेडिकल कॉलेज के और कितने स्टूडेंट्स शामिल है इस बाबत पूछताछ की जा रही है।

'जो स्टूडेंट्स पूछताछ के लिए नहीं पहुंचे हैं उन्हें पकड़ने के प्रयास तेज किए जाएंगे। मेडिकल कॉलेज समेत जहां भी संभव होगा वहां पर टीमें कार्रवाई करेगी.'

डीएस बघेल, डीएसपी, भोपाल एसटीएफ