- मंत्री कमल रानी को पीजीआई और आईपीएस नवनीत सिकेरा को आनंदी वाटर पार्क कोविड सेंटर में किया गया भर्ती

LUCKNOW : राजधानी में दिनों दिन कोरोना खतरनाक रूप लेता जा रहा है। शनिवार को मंत्री-आईपीएस अफसर समेत 224 में कोरोना की पुष्टि हुई। वहीं, मरीजों की घंटों अस्पताल में शिफ्टिंग नहीं हो पा रही है।

राजधानी में शनिवार को यूपी सरकार की एक और मंत्री कोरोना की चपेट में आ गईं। मंत्री कमल रानी वरुण और आईपीएस नवनीत सिकेरा की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई। सीएमओ डॉ। नरेंद्र अग्रवाल ने दोनों में कोरोना की पुष्टि की। मंत्री कमल रानी को पीजीआई, वहीं, नवनीत सिकेरा को आनंदी वाटर पार्क कोविड सेंटर में भर्ती किया गया है। इसके अलावा शहर में 224 लोगों में कोरोना पाया गया। इसमें इंदिरानगर के आठ, गोमतीनगर के 15, एलडीए कॉलोनी के तीन, आईआईएम रोड के तीन, पारा के दो समेत अन्य इलाकों के मरीज शामिल हैं।

स्वास्थ्य सेवाओं पर बढ़ा लोड

डेली भारी तादाद में आ रहे मरीजों से स्वास्थ्य सेवाएं चरमराई गई हैं। पीजीआई, लोहिया संस्थान, केजीएमयू में बेड फुल हो गए हैं। ऐसे में मरीजों की शिफ्टिंग जहां दो घंटे में करने का दावा किया जा रहा है। वहीं, कई मरीज 24 घंटे से घरों में फंसे हैं। वहीं संक्रमित मरीज कहां के हैं, किन इलाकों के हैं, सीएमओ दफ्तर ने शनिवार को ब्योरा जारी नहीं किया।

तीन दिन बाद मिली एंबुलेंस

मोहनलालगंज में गुरुवार को तीन पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित पाए गए। कई बार प्रयास के बावजूद एंबुलेंस नहीं मिल सकी। उन्हें शनिवार को अस्पताल भेजा जा सका। सीएचसी प्रभारी डॉ। ज्योति कामले के मुताबिक गुरुवार को सूचना सीएमओ कार्यालय भेज दी गई थे। ऐसे ही कई मरीज 24 घंटे से घरों में फंसे हैं।

सिफारिश से भर्ती हुए डॉक्टर

जवाहर भवन के कोरोना कंट्रोल रूम में तैनात एक डॉक्टर की शुक्रवार को रिपोर्ट पॉजिटिव आई। शनिवार दोपहर डेढ़ बजे तक अस्पताल में शिफ्ट नहीं किए जा सके। ऐसे ही कानपुर रोड स्थित मानसरोवर योजना निवासी एक व्यक्ति को बुखार, सर्दी-जुकाम था। सीएमओ कंट्रोल रूम में फोन किया। मदद नहीं मिल सकी। गुरुवार को उनकी घर में ही मौत हो गई थी। उनके दो बच्चों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। शुक्रवार शाम से परिवारजन बच्चों को भर्ती करने के लिए फोन करते रहे। शनिवार दोपहर में बच्चों को भर्ती किया जा सका।