लखनऊ (ब्यूरो)। 'हैलो, मैं कस्टम अधिकारी बोल रही हूं, आपके नाम से दिल्ली से एक पार्सल कांबोडिया भेजा गया है। आपका नाम मनी लांड्रिंग केस में शामिल है। अरेस्ट वारंट आ चुका है,' फोन कॉल पर इन बातों से इंदिरानगर के रहने वाले निरंजन सिंह को डरा-धमकाकर 30.50 लाख रुपये ऐंठ लिए गए। ठगी का खुलासा होने पर इसकी सूचना साइबर पुलिस को दी गई। मामले में गाजीपुर थाना पुलिस ने यशदीप मावी और विक्रम गोस्वामी नामक शख्स के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में एफआईआर दर्जकर जांच शुरू कर दी है।

आईडी भेजकर दिलाया विश्वास

इंदिरानगर के निरंजन सिंह के मोबाइल पर बीती 25 फरवरी को एक अंजान नंबर से कॉल आई। कॉलर महिला ने खुद को कस्टम अधिकारी बताते कहा कि उनके नाम से कोई पार्सल दिल्ली से कंबोडिया भेजा गया है, जिसे सीज कर दिया गया है। इस पर पीड़ित ने कहा कि उसकी तरफ से ऐसा कोई भी पार्सल नहीं भेजा गया है। इसके बाद जालसाज ने पीड़ित को मनी लॉड्रिंग के केस में नाम आने की बात कही और फिर इससे बचने के लिए बसंतकुंज नार्थ पुलिस स्टेशन का नाम बताकर किसी पुलिस अधिकारी से बात कराई। पीड़ित ने बताया कि फोन के दौरान पुलिस वाले ने अपना नाम यशदीप मावी बताया और अपनी आईडी भेजी। उसने कहा कि मेरा नाम लांड्रिंग केस में शामिल है।

इसलिए ट्रासंफर किए पैसे

एफआईआर के मुताबिक, पीड़ित ने कहा कि बात करने वाले शख्स ने कहा कि अरेस्ट वारंट आ चुका है। इसकी एक कॉपी भी भेजी गई। इस दौरान बातचीत एक बार वीडियो कॉलिंग के माध्यम से भी हुई थी। दूसरे दिन यानी 26 फरवरी को उन्होंने किसी सीबीआई ऑफिसर से बात कराई। उन्होंने अपनी आईडी भेजी, जिसमें नाम विक्रम गोस्वामी था। उन्होंने सलाह दी कि अपने बैंक खाते के सारे पैसे को नोटरी पब्लिक जिस अकाउंट का नाम बताए उसमें भेज दीजिए, ताकि उसे नोटराइज किया जा सके। इससे मनी लांड्रिंग से जुड़े लोगों को पकड़ने में सहायता मिलेगी। इसी झांसे में आकर पीड़ित ने बताए गए अकाउंट में 30.50 लाख रुपये आरटीजीएस कर दिए।

इनसे भी हुई ठगी

वहीं दूसरी तरफ, गोमतीनगर के विनयखंड-4 निवासी विकास चतुर्वेदी ने बताया कि साइबर ठगों ने ऑनलाइन इंवेस्टमेंट का झांसा देकर कई मदों से उससे 3.17 लाख रुपये ऐंठ लिए। प्रभारी दीपक पांडे ने बताया कि साइबर क्राइम सेल की मदद से जांच की जा रही है।

जॉब के नाम पर ठगी

उधर, मूलरूप से सोनभ्रद जनपद की बरावली कालोनी निवासी सुप्रिया सिंह रोजगार की तलाश में लखनऊ आई थीं। जहां उनकी मुलाकात गुंजन सिंह उर्फ खुशी और अनुभव मौर्या से हुई। आरोपियों ने उसे व्यापार का झांसा देकर 5 लाख रुपये ठग लिए है। इसके बाद पीड़िता ने चिनहट थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। साइबर सेल पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।