लखनऊ (ब्यूरो)। निगम की ओर से पहले चरण में प्रमुख मार्गों के किनारे यलो स्पॉट चिन्हित किए गए हैैं। इन मार्गों में लोहिया पथ, कुकरैल रोड, रिंग रोड, फैजाबाद रोड, चारबाग रोड, सिकंदरबाग रोड इत्यादि शामिल हैैं। इसके साथ ही गली-मोहल्लों में भी यलो स्पॉट चिन्हित किए जा रहे हैैं। कुल मिलाकर प्रयास यही किया जा रहा है कि 31 मार्च तक सभी यलो स्पॉट को समाप्त कर दिया जाए।

ये होते हैैं यलो स्पॉट

जिन स्थानों पर पब्लिक की ओर से खुले में यूरीन की जाती हैैं, ऐसे स्थानों को यलो स्पॉट माना जाता है। हैरानी की बात तो यह है कि स्वच्छता सर्वेक्षण की परीक्षा में यलो स्पॉट का खासा रोल है। स्वच्छता सर्वेक्षण में पब्लिक से स्वच्छता से जुड़े विषयों से सवाल भी पूछे जाते हैैं। इन सवालों में एक सवाल यलो स्पॉट से भी जुड़ा हुआ है। इसके माध्यम से पब्लिक से पूछा जाएगा कि क्या वो, यलो स्पॉट के बारे में जानते हैैं। ओवरऑल सवालों के जवाब के आधार पर अंक भी दिए जाने हैैं।

जोनवार बनाई गईं टीमें

निगम प्रशासन की ओर से जोनवार मॉनीटरिंग टीमें बनाई जा रही हैैं। जो चिन्हित स्पॉट्स का औचक निरीक्षण करेंगी और अगर कोई व्यक्ति उस स्पॉट पर यूरीन करता मिला तो उस पर 100 रुपये जुर्माना भी लगाया जाएगा।

केंद्र की टीम करेगी निरीक्षण

इस महीने के आखिरी में केंद्र की टीम भी शहर आ सकती है। टीम की ओर से किसी भी इलाके में जाकर स्वच्छता संबंधी तैयारियों को परखा जाएगा साथ ही जनता से फीडबैक भी लिया जाएगा।

ओपन प्वाइंट भी होंगे समाप्त

यलो स्पॉट के साथ-साथ 100 से अधिक ओपन डंपिंग प्वाइंट्स को भी समाप्त करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। निगम प्रशासन की ओर से 31 मार्च तक का लक्ष्य रखा गया है।

स्वच्छता सर्वेक्षण में बेहतर अंक तभी मिलेंगे, जब जनता का भी साथ मिलेगा। सबसे यही अपील है कि शहर को स्वच्छ रखने में निगम का सहयोग करें।

अजय कुमार द्विवेदी, नगर आयुक्त