लखनऊ (ब्यूरो)। कोविड से निपटने के लिए राजधानी में पुख्ता इंतजाम किए जा चुके हैं। कोविड की संभावित लहर को देखते हुए एल-1 के छह चिकित्सालयों में 220, एल-2 के सात चिकित्सालयों में 1935 एवं एल-3 के चार चिकित्सालयों में 1717 कुल 3872 बेड के इंतजाम कर लिए गए हैं। यह जानकारी डीएम सूर्यपाल गंगवार की ओर से दी गई है।

तीन दिन के अंदर अस्पताल एक्टिव

डीएम ने बताया कि कोविड-19 की सेकंड वेव में जनपद में कुल 78 (सरकारी/प्राइवेट) चिकित्सालयों में कोविड-19 के रोगियों के उपचार के लिए लगभग 8000 बेड उपलब्ध थे। कोविड-19 की संभावित लहर आने की स्थिति में तीन दिन के अंदर उक्त चिकित्सालयों को पुन: कोविड-19 के उपचार के लिए एक्टिव कर दिया जाएगा। कोविड-19 के दृष्टिगत जनपद में कुल 28 आक्सीजन प्लांट पीएम केयर फंड/सांसद निधि/विधायक निधि/सीआरएस फंड के अंतर्गत स्थापित किये गए हैैं, जिनकी क्षमता 15851 एलपीएम है। जनपद के शहरी क्षेत्र में 216 एवं ग्रामीण क्षेत्र में 494 कुल 710 निगरानी समितियां एक्टिव हैं। जनपद में 1000 के लगभग कोरोना टेस्ट कराए जा रहे है, जिन्हें बढ़ाए जाने के लिए निर्देशित कर दिया गया है।

कमांड सेंटर पहले से एक्टिव

डीएम ने बताया कि लखनऊ जनपद में कोविड रोगियों के फैसिलिटी एलोकेशन, ग्रिवयांस एवं तत्संबंधी अन्य कार्रवाई के लिए इंटीग्रेटड कोविड कमांड सेंटर पूर्व से ही स्थापित एवं क्रियाशील हैं। जनपद के कोविड के लिए डेडिकेटेड चिकित्सालयों को सभी आवश्यक व्यवस्थाओं जैसे पीएसए प्लांट, आक्सीजन सिलेंडर, आक्सीजन सिलेंडर, वेंटिलेटर की उपलब्धता एवं क्रियाशीलता, एएमसी आदि की कार्रवाई समय अंतर्गत पूरा कराये जान के निर्देश दिये गए हैं।

जनवरी में शुरू होगी फोकस सैंपलिंग

राजधानी में कोरोना संक्रमण के संभावित खतरे को देखते हुए जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयारियां लगातार जारी हैं। इसके तहत नए साल पर राजधानी में संक्रमण की स्थिति का पता लगाने के लिए फोकस सैंपलिंग कराई जायेगी। एक सप्ताह के लिए टीमों द्वारा अलग-अलग स्थानों पर सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा जायेगा।

जनवरी में फोकस सैंपलिंग

राजधानी के लिए राहत की बात यह है कि अभी 4 मरीज एक्टिव केस हैं। सभी मरीज होम आइसोलेशन में हैं। इनमें किसी भी मरीज को कोई गंभीर लक्षण नहीं है। समय पर संक्रमण के प्रसार का पता लगाने के लिए फोकस सैंपलिंग कराई जाएगी। भीड़-भाड़ वाले इलाकों में फोकस सैंपलिंग का खाका तैयार किया जा रहा है। जिसके तहत मेडिकल स्टोर, सैलून, मिठाई की दुकान, रेस्टोरेंट, टैंपो चालक, ठेले-खोमचे वालों की स्क्रीनिंग व कोरोना जांच की जाएगी। मौके पर एंटीजेन जांच कराई जाएगी। जिनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आएगी उनकी आरटीपीसीआर जांच कराई जाएगी। इसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए केजीएमयू भेजा जाएगा। डिप्टी सीएमओ डॉ। निशांत निर्वाण के मुताबिक, फोकस सैंपलिंग जनवरी के पहले या दूसरे सप्ताह में कराई जाएगी। फिलहाल राजधानी में कोरोना नियंत्रण में है। पर लोगों को मास्क पहनकर निकलना चाहिए। साथ ही भीड़-भाड़ वाले इलाकों मे जाने से बचना चाहिए। कोरोना जांच सरकारी अस्पतालों में फ्री में हो रही है। कोई लक्षण नजर आने पर जांच जरूर करवाएं।