लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में कोरोना संक्रमण ने एक बार फिर अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। शुक्रवार को यहां 46 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है और 16 मरीज कोरोना से ठीक हुए हैं। राजधानी की घनी बस्तियों में कोरोना के मरीज बढऩा शुरू हो गए हैं। शुक्रवार को चिनहट और सरोजनीनगर में आठ-आठ और इंदिरा नगर और अलीगंज में क्रमश: सात और छह संक्रमित मिले हैं। वहीं एनके रोड में पांच, सिल्वर जुबली में चार और आलमबाग में तीन संक्रमित पाए गए हैं। मोहनलालगंज, गोसाईगंज और रेडक्रास में एक-एक मरीज मिला है। संक्रमित मिले मरीजों में कांटेक्ट ट्रेसिंग में पांच लोग संक्रमित मिले हैं। वहीं, यात्रा से लौटे पांच लोग बीमार पाए गए। जबकि हल्दी सर्दी, जुकाम और बुखार आदि जैसे हल्के लक्षण आने पर जांच कराने में आठ लोगों की रिर्पोट पॉजिटिव आई है। वहीं, एक मरीज की दोबारा कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।

लापरवाही पड़ न जाए भारी

सीएमओ डॉ। मनोज अग्रवाल के मुताबिक संक्रमितों की संख्या में अचानक हो रहा इजाफा चिंता की बात है। लोगों से अपील है कि वे अब मास्क लगाना शुरू कर दें और सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह पालन करें। अगर समय रहते लोगों ने सतर्कता बरतना नहीं शुरू किया तो हालात खराब भी हो सकते हैं।

कोरोना को लेकर जारी किया गया अलर्ट

राजधानी में कोरोना संक्रमितों की संख्या में अचानक आई तेजी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है, जिसके तहत अर्बन और रूरल एरिया में आईसोलेशन वार्ड बनाने का निर्देश जारी किया गया है। इसके अलावा, ओपीडी और इमरजेंसी में हर समय मास्क लगाने के साथ कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन सुनिश्चित कराने को कहा गया है। सीएमओ डॉ। मनोज अग्रवाल ने शुक्रवार को सभी सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षकों संग बैठक की। इस दौरान उन्होंने अस्पतालों में कोरोना मरीजों के इलाज की व्यवस्था को पुख्ता करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि कोरोना का समय रहते पता लगाने के लिए जांच की संख्या को बढ़ाया जाये। वहीं, अगर किसी में सदी-जुकाम, खांसी या बुखार जैसे हल्के लक्षण दिखे तो उसकी कोरोना जांच जरूर करवाएं। जांच के बाद ही वार्ड में मरीज को शिफ्ट किया जाए। मरीजों के इलाज में किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाये।