लखनऊ (अभिषेक मिश्रा)। रिपोर्ट से बेहद चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। करीब 597 सड़कें बदहाल रूप में सामने आई हैैं। जिसके बाद अब नगर निगम की ओर से इन सड़कों की पैैंचिंग का काम शुरू किया जा रहा है। खास बात यह भी है कि कई सड़कें ऐसी है, जिन्हें बिल्कुल नए सिरे से बनाया जाएगा। मतलब इन सड़कों पर हुए गड्ढों की पैचिंग नहीं की जा सकती है।
हर इलाके में सड़क बदहाल
इंदिरानगर, गोमतीनगर, आलमबाग, लालबाग, लेखराज, अलीगंज, हजरतगंज, बांस मंडी, पुराना लखनऊ, जानकीपुरम, इस्माइलगंज सेकंड, सरोजिनी नगर समेत सभी वार्डों में शायद ही कोई ऐसा इलाका हो, जहां सड़क बदहाल न हुई हो।

जोनवाइज डेटा
जोन जख्मी सड़कें
1 30
2 39
3 57
4 44
5 19
6 40
7 112
8 52
कुल संख्या 393

204 नई सड़कें बनेंगी
लिस्ट में यह साफ हो गया है कि करीब 393 सड़कें ऐसी है, जिन पर पैचिंग का कार्य कराया जाएगा, वहीं दूसरी तरफ 204 ऐसी सड़कें सामने आई है, जिन पर हुए गड्ढों की पैचिंग नहीं कराई जा सकती है। इन सड़कों को पूरी तरह से री-स्टोर किया जाएगा। मतलब पूरी तरह से सड़कों को नया बनाया जाएगा।

पहले से भी थीं खराब
नगर निगम ने सर्वे भले ही अभी कराया हो लेकिन एक हकीकत यह भी है कि बारिश से पहले भी दर्जनों सड़कें बदहाल थीं। बारिश होने के बाद इनकी स्थिति और भी खराब हो गई। नगर निगम की ओर से सर्वे कराए जाने के बाद अब बदहाल सड़कों की तस्वीर बेहतर होने की उम्मीद जगी है।

पैचिंग के 20 लाख
नगर निगम की ओर से वार्डों की बदहाल सड़कों को बेहतर करने के लिए वार्डवार 20 लाख का बजट रखा गया है। इसकी कटौती वार्ड विकास प्राथमिकता निधि से की गई है। इस धनराशि से एक-एक सड़क की पैैंचिंग कराई जाएगी। जिससे जनता को राहत मिले।वहीं प्रमुख मार्गों या नई सड़कों के बनने में आने वाले खर्च को 15वें वित्त या अन्य मद से वहन किया जाएगा।


नवंबर अंत तक टारगेट
नगर निगम की ओर से सभी बदहाल सड़कों का मेंटीनेंस कराए जाने के लिए नवंबर आखिरी सप्ताह तक का समय निर्धारित किया गया है। निगम प्रशासन का मानना है कि जैसे ही मौसम साफ होगा, तुरंत सभी सड़कों का मेंटीनेंस शुरू करा दिया जाएगा। यह भी स्पष्ट है कि सड़कों का मेंटीनेंस मानकों के अनुसार ही कराया जाएगा, जिससे सड़कें लंबे समय तक सुरक्षित रहें। निगम अधिकारियों की माने तो मेंटीनेंस की शुरुआत सबसे पहले प्रमुख मार्गों और उन सड़कों से कराई जाएगी, जिन पर व्हीकल लोड अधिक रहता है।


पहले चरण में करीब 597 बदहाल सड़कें सामने आई है। जिनका मेंटीनेंस कराए जाने की तैयारियां शुरू कर दी गई है।
नवंबर लास्ट तक मेंटीनेंस पूरा किए जाने संबंधी लक्ष्य रखा गया है।
महेश चंद्र वर्मा, चीफ इंजीनियर, नगर निगम


जनता की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ही यह सर्वे कराया गया था। बारिश से जख्मी सड़कों संबंधी जो लिस्ट सामने आई है, उनका मेंटीनेंस भी शुरू कराया जा रहा है। सड़कों के री स्टोर में आने वाले खर्च की व्यवस्था मेरे स्तर से की जाएगी।
संयुक्ता भाटिया, मेयर