लखनऊ (ब्यूरो)। उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी की ओर से प्रदेश स्तरीय शास्त्रीय गायन, वादन और नृत्य की प्रतिस्पर्धाओं का समापन शुक्रवार को हुआ। अकादमी के वाल्मीकि ऑडिटोरियम में आयोजित कथक प्रतियोगिता का उद्घाटन करते हुए अकादमी के निदेशक तरुण राज ने समस्त प्रतिभागियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने बताया कि इसमें प्रदेश के 19 संभागों के प्रथम आए ध्रुपद, धमार, ख्याल तराना, ठुमरी, दादरा गायन, तंत्र, गंज, सुषिर, तबला, पखावज वादन और कथक नृत्य के प्रतिभागियों ने भाग लिया।

इन्होंने मारी बाजी

कथक प्रतियोगिता में बाल वर्ग में मेरठ की आरोही बलूनी पहले, प्रयागराज की समृद्धि श्रीवास्तव दूसरे और गाजियाबाद की ईवा संकल्प तीसरे स्थान पर रही। किशोर वर्ग में मेरठ की वंशिका त्यागी पहले और लखनऊ की वल्लरी नारायण पाठक दूसरे स्थान पर रही। युवा वर्ग में लखनऊ की अंशिका कटारिया पहले, कानपुर की कनक कुलश्रेष्ठ दूसरे और मेरठ की आयुश्री गुप्ता तीसरे स्थान पर रहीं।

प्रस्तुतियों से मोहा सभी का मन

बाल वर्ग कथक में प्रयागराज की समृद्धि श्रीवास्तव ने गणेश स्तुति विघ्नविनाशक गणेश स्तुति गं गणपतये नमा पर नृत्य किया। पारंपरिक कथक के अंतर्गत शिव-पार्वती परन, बेदम तिहाई का प्रदर्शन किया। उनकी गुरु उर्मिला शर्मा ने पढ़ंत पर साथ दिया। वहीं तबला वादन पूरन मिश्रा और हारमोनियम वादन अनिल कुशवाह ने किया। लखनऊ की अंशिका त्यागी ने शिव स्तुति डमरू हर कर बाजे पर जोशीला कथक नृत्य का प्रदर्शन कर तालियां बटोरीं। बांदा की आराध्या सिंह मौर्या ने तीन ताल और कवित्व पर कथक नृत्य किया। किशोर वर्ग में लखनऊ की वल्लरी नारायण पाठक ने सब बन ठन आई श्याम प्यारी रे पर सुंदर भावों का प्रदर्शन किया। युवा वर्ग में लखनऊ की अंशिका कटारिया और लखनऊ के शैलेंद्र कुशवाहा ने तीन ताल पर पारंपरिक कथक का प्रदर्शन कर निर्णायकों का ध्यानाकर्षण किया। निर्णायक मंडल में राममोहन महाराज, डॉ। बीना सिंह, डॉ। शाम्भवी शुक्ला शामिल रहे। संगीत सर्वेक्षक रेनू श्रीवास्तव ने बताया कि विजयी प्रतिभागियों की प्रस्तुतियां नवांकुर के तहत आगामी महीनों में करवायी जाएगी।