- सीएम योगी आदित्यनाथ ने एबीवीपी के 65वें राष्ट्रीय अधिवेशन के पुरस्कार वितरण समारोह को किया संबोधित

- कहा, दल से बड़ा देश और देश की कीमत पर समझौता नहीं हो सकता

LUCKNOW

'एबीवीपी ने छात्र शक्ति को राष्ट्रवाद का पाठ पढ़ाया है। यह पहला ऐसा छात्र संगठन है जिसने अनुच्छेद 370 के खिलाफ संघर्ष किया.' यह कहना है सीएम योगी आदित्यनाथ का। वे सोमवार को आगरा में आयोजित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 65वें राष्ट्रीय अधिवेशन के पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए योगी ने कहा कि वे बोलते थे अनुच्छेद 370 हट जाएगा तो यह हो जाएगा, वह हो जाएगा लेकिन एक तिनका भी नहीं हिला। सीएम ने कहा दल से बड़ा देश है और देश की कीमत पर कोई समझौता नहीं हो सकता है।

अयोध्या पर फैसला न्यायपालिका की ताकत

आगरा कॉलेज में आयोजित 65 वें राष्ट्रीय अधिवेशन में पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि एबीवीपी ने झूठे वादे नहीं किये। इसी वजह से यह छात्रों की शक्ति बना है। अयोध्या पर हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि अयोध्या में 500 वर्षो से श्रीराम जन्मभूमि को लेकर मामला चला आ रहा था। जिसको सुप्रीम कोर्ट ने 45 मिनट में खत्म कर दिया। इस पर जो कहते थे कि खून की नदियां बहेंगी, एक मच्छर तक नहीं मरा। यह देश के लोकतंत्र और न्यायपालिका की ताकत है। सभी ने शांति से इस फैसले का स्वागत किया। सौहार्द की एक नई मिसाल पेश की।

5 लाख लोगों ने छोड़ी परीक्षा

सीएम योगी ने कहा कि मार्च 2017 में जब हमारी सरकार आयी थी तो बेसिक शिक्षा परिषद की स्थिति बेहद खराब थी। यह स्थिति थी कि लगता था कि स्कूल बंद हो जाएंगे। हमारी सरकार ने स्कूल चलो अभियान चलाया। व्यवस्थाओं में सुधार शुरू किया। जिसके बाद 50 ालख नए छात्रों का दाखिला हुआ। एक लाख विद्यालयों में जनसहभागिता से स्कूलों को गोद लेकर 92 हजार स्कूलों का सुधार किया गया। कहा, बोर्ड परीक्षाओं को नकलविहीन करवाने के लिये हमारी सरकार ने बीड़ा उठाया। जिससे 5 लाख छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी। इन 5 लाख छात्रों को भी ठेका देकर बिना पढ़े सर्टिफिकेट चाहिये था। उन्हें पढ़ने-लिखने से कोई मतलब नहीं था। सीएम ने बताया कि पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की याद में 18 आवासीय विद्यालय बनाए जा रहे हैं। हर एक विद्यालय 10 एकड़ का होगा, जिसमें अनाथ व निर्धन बच्चों को शिक्षा दी जाएगी।

एबीवीपी कार्यकारिणी का विस्तार

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अधिवेशन में राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ। एस सुबय्या ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा की। सुनील आंबेकर के स्थान पर अब राष्ट्रीय संगठन मंत्री की जिम्मेदारी मुंबई के आशीष चौहान को सौंपी गई है। तीन राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री चेन्नई के जी लक्ष्मण, पटना के श्रीनिवास और दिल्ली के प्रफुल्ल आकांत को बनाया गया है। पांच राष्ट्रीय उपाध्यक्ष में उदयपुर के डॉ। आनंद पालीवाल, पटना के डॉ। रमन त्रिवेदी, पुणे के प्रशांत साठे, दिल्ली के डॉ। मनु कटारिया, बरेली के डॉ। भूपेंद्र सिंह शामिल हैं। सात राष्ट्रीय मंत्री को जिम्मेदारी सौंपी गई, जिसमें हैदराबाद के उदय, मुंबई के अनिकेत ओव्हाल, लखनऊ के राहुल वाल्मीकि, गुवाहाटी की नयन शर्मा, झारखंड की विनीता इंदवार, कोलकाता के सप्तऋषि सरकार, बेंगलुरु की हर्षा नारायण आदि हैं। राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मुंबई के गितेश सामंत, केंद्रीय कार्यालय मंत्री मुंबई के नीरज चौधरकर, केंद्रीय सचिवालय सचिव मुंबई के प्रवीण गायकवाड़ को बनाया गया है। पहली महिला राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी की घोषणा भी आगरा में ही अधिवेशन के पहले दिन हुई थी।