Lucknow News: लखनऊ (ब्यूरो)। इसका डायबिटीक रेटिनोपैथी के मरीजों को अधिक फायदा होगा। प्रदेश के किसी भी गवर्नमेंट अस्पताल में लगने वाली यह पहली मशीन है। ओसीटी मशीन की मदद से नेत्र रोग एक्सपर्ट रेटिना की प्रत्येक विशिष्ट परत को आसानी से स्क्रीन पर देख सकते हंै। जिससे उसकी मोटाई को मैप करने और मापने में मदद मिलती है। यह मैपिंग ट्रीटमेंट करने में मदद करता है। इसके लिए बस मशीन के साफ्टवेयर में कमांड देना होता है और यह मशीन बिना किसी डाई के इस्तेमाल किए ही आंखों की हर परत की इमेज बना देती है। इसकी मदद से आंखों में ब्लड फ्लो कैसा है, इसके बारे में आसानी से पता चल जाएगा।

25 लाख रुपए हुए मंजूर
मशीन की मदद से आंख की फोटो ली जाती है, जो आंख की हर लेयर के बारे में बताती है। जर्मन तकनीक पर आधारित इस मशीन से यह भी पता कर सकते हैं कि जब पहले जांच हुई थी तो ब्लड फ्लो का लेवल कितना था और अब दोबारा जांच कराई तो लेवल कितना है। ऐसे में शुगर के मरीजों को इसका सबसे अधिक फायदा मिलेगा। इस मशीन के लिए शासन द्वारा करीब 25 लाख रुपये मंजूर किए गये हैं।

मरीजों को बेहतर ट्रीटमेंट उपलब्ध कराने की दिशा में काम किया जा रहा है। मशीन लगने से आंखों की बेहतर जांच और इलाज मिल सकेगा।
- डॉ नरेंद्र अग्रवाल, निदेशक, सिविल अस्पताल