-पुलिस का दावा, संदीप और गिरधारी ने पूछताछ में खोले राज

-अजीत के वर्चस्व को खत्म करने के लिए रची थी साजिश

LUCKNOW:

अजीत सिंह का बढ़ता कद दुश्मनों को अखरने लगा था। पंचायत चुनाव में उसकी दावेदारी और कारोबार को लेकर चल रही दुश्मनी इस कदर बढ़ी की दुश्मनों ने उसे रास्ते से हटाने की योजना बना ली। एक साल से उसकी हत्या की बिसात बिछाई जा रही थी। राजधानी पुलिस का दावा है कि संदीप उर्फ बाबा ने पूछताछ में बताया है कि आजमगढ़ जेल में बंद कुंटू और अखंड सिंह के कहने पर अजीत सिंह की हत्या की गई थी। इसके लिए गिरधारी ने सभी शूटरों से बात की थी। गिरधारी ने दिल्ली पुलिस को सभी शूटर्स के नाम बताए हैं।

गिरधारी मुहैया कराया था है कैश व अन्य सामान

जेसीपी क्राइम का कहना है कि गिरधारी हर 15 दिन पर शूटरों को रुपये पैसे व अन्य चीजें उपलब्ध कराता था। गिरधारी को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। हालांकि, गिरधारी ने दिल्ली पुलिस को अंकुर सिंह, बंधन और रवि यादव का नाम बताया है। छानबीन में सामने आया है कि मऊ में अजीत सुरक्षा व्यवस्था के साथ चलता था, जिससे हमलावरों को मौका नहीं मिल पा रहा था। अजीत के जिलाबदर होने के बाद शूटर सक्रिय हो गए थे और इसी ताक में थे कि कब अजीत बुलेटप्रूफ गाड़ी से नीचे उतरें और उन्हें निशाना बनाया जा सके। छह जनवरी को हमलावरों को मौका मिला और उन्होंने वारदात को अंजाम दे दिया।

पुलिस रिमांड की देंगे अर्जी

जेसीपी क्राइम अपराध ने कहा कि कुंटू और अखंड ने साजिश के तहत अजीत की हत्या कराई। अजीत के बढ़ते वर्चस्व से दोनों परेशान थे। ठेकेदारी में भी अजीत हावी होता जा रहा था। पंचायत चुनाव में ब्लाक प्रमुख पद पर अजीत की दावेदारी मजबूत थी। इन्हें देखते हुए ही उसकी हत्या की योजना बनाई गई। आजमगढ़ जेल में बंद कुंटू और अखंड को पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा।

सभी लोगों से होगी पूछताछ

जेसीपी क्राइम ने कहा कि छानबीन में जिनके भी नाम सामने आए हैं, सबसे पूछताछ होगी। हालांकि अपने बयान में उन्होंने पूर्व सांसद का नाम नहीं लिया। उन्होंने कहा कि डॉ। एके सिंह के पास वाट्सएप कॉल आई थी, जिसके बाद उन्होंने शूटर को नर्सिग होम में भर्ती किया। डॉ। एके सिंह ने बयान में कहा था कि पेट में सरिया आर-पार होने की सूचना मिली थी। एक्सरे में कोई बुलेट नहीं मिली, जिससे उन्हें संदेह नहीं हुआ।

सामने आए हैं 14 नाम

अजीत हत्याकांड में अब तक कुंटू सिंह, अखंड, गिरधारी, अंकुर सिंह, बंधन, रवि यादव, राकेश, मुस्तफा, विपुल, रेहान, प्रिंस, डॉ। निखिल और डॉ। एके सिंह के नाम सामने आ चुके हैं। वहीं डॉ। एके सिंह के बयान के आधार पर पूर्व सांसद का नाम भी सामने आया है।