- 25 सितंबर तक सभी कॉलेजों को देनी होगी सूचना

- शिकायतें बढ़ने के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने जारी किया ऑर्डर

LUCKNOW: डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एकेटीयू) से एफिलिएटेड इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट कॉलेज अपने कई स्टूडेंट्स की कॉशन मनी को दबाएं बैठे हैं। कॉशन मनी प्राप्त करने के लिए स्टूडेंट्स कई बार कॉलेजों के चक्कर काटने को मजबूर हैं। इसके बाद भी कॉलेज प्रशासन कोई न कोई बहाना बनाकर स्टूडेंट्स को कॉशन मनी नहीं वापस कर रहे हैं। इस पर टेक्निकल यूनिवर्सिटी ने अब सख्त रूप अपनाया है। यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार केके चौधरी ने सभी कॉलेजों को नोटिस जारी करते हुए 25 सितंबर तक कितने स्टूडेंट्स को कॉशन मनी दे दी गई है और अभी तक कितने बाकी हैं, की रिपोर्ट मांगी है।

शिकायतों को बाद जागा यूनिवर्सिटी प्रशासन

एकेटीयू से पूरे स्टेट में करीब 700 इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट कॉलेज एफिलिटेड हैं। इन कॉलेजों में हर साल लाखों स्टूडेंट्स अपनी पढ़ाई पूरी कर निकलते हैं। यूनिवर्सिटी के नियमानुसार, सभी कॉलेजों को कोर्स पूरा करके निकलने वाले स्टूडेंट्स का कॉशन मनी वापस करनी होती है, लेकिन पूरे स्टेट में ऐसे कई इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट कॉलेज हैं, जो स्टूडेंट्स की कॉशन मनी नहीं वापस कर रहे हैं। नए वीसी के नियुक्ति होने के बाद स्टूडेंट्स और पैरेंट्स ने इसकी शिकायत उनसे की।

नहीं रोक पाएंगे काशन मनी

जिसमें कहा गया है कि कॉलेज में पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्हें माइग्रेशन सर्टिफिकेट तो जारी कर दिया, लेकिन काशन मनी नहीं वापस की गई। शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए कुलसचिव ने कॉलेजों से ऐसे स्टूडेंट्स का ब्यौरा मांगा है। यूनिवर्सिटी प्रशासन के मुताबिक कॉलेजों से रिपोर्ट मांगी गई है। किसी भी स्टूडेंट्स की काशन मनी कॉलेज नहीं रोक पाएंगे।

एग्जाम सेंटर पर विकलांग स्टूडेंट्स को मिलेगी सुविधा

डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी अपने सभी एग्जाम में बनाए जाने वाले सेंटर पर विकलांग स्टूडेंट्स को सुविधा मुहैया कराएंगे। यूनिवर्सिटी के एग्जाम कंट्रोलर प्रो.बीएन मिश्र के मुताबिक यूनिवर्सिटी के ऐसे स्टूडेंट्स जिनकी विकलांगता मुख्य चिकित्सा अधिकारी अथवा उससे उच्चतर स्तर के शासन के चिकित्सा अधिकारी ओर से 40 प्रतिशत या फिर उससे अधिक प्रमाणित की जा चुकी है, उनको सुविधाएं दी जाएंगी। इस संबंध में कॉलेजों को निर्देश भेज दिए गए हैं।