- अर्बन मोबिलिटी इंडिया कॉन्फ्रेंस में एक्सपर्ट के कमेंट के बाद तैयार हुई रिपोर्ट

- परिवहन विभाग शहर में फुटपाथ खाली कराने के लिए लिखेगा विभिन्न विभागों को पत्र

LUCKNOW: जब तक फुटपाथ नहीं होंगे तब तक शहर में जाम की समस्या से नहीं निपटा जा सकता। इसके साथ ही शहर में साइकिल को बढ़ावा देना होगा और उन्हें भी रोड पर चलने के लिए जगह दिलानी होगी। हाल ही में शहर में हुई अर्बन मोबिलिटी इंडिया कॉन्फ्रेंस में जाम की समस्या को लेकर एक्सपर्ट ने ऐसे ही सुझाव दिए। इस कॉन्फ्रेंस को अटेंड कर परिवहन विभाग के अधिकारियों ने भी अपनी रिपोर्ट तैयार की और स्पष्ट किया शहर में जाम खत्म करने के लिए यहां भी फुटपाथ पर लोगों के चलने की सुविधा उपलब्ध कराने के साथ साइकिल के लिए अलग ट्रैक की व्यवस्था करनी होगी।

कहीं नहीं बचे फुटपाथ

शहर के विभिन्न इलाकों में फुटपाथ पर कब्जे होने से लोग सड़कों पर चलने को मजबूर हैं। अधिकांश जगह फुटपाथ पर व्यापारियों ने कब्जा कर रखा है। अतिक्रमण कर दुकानें खुल गई हैं। चारबाग, हुसैनगंज, निशातगंज, हजरतगंज, इंदिरानगर, अलीगंज, आलमबाग, भूतनाथ, चौक, नक्खास, मौलवीगंज सहित सभी जगह फुटपाथ गायब हो चुके हैं। कई जगह तो फुटपाथ पर अवैध निर्माण भी हो गए हैं। ऐसे में पैदल और साइकिल से चलने वाले भी मुख्य मार्ग पर चलने को मजबूर हैं जिससे वाहनों की रफ्तार प्रभावित होती है और जाम भी लगता है।

किराए पर मिलें साइकिलें

इसके अलावा शहर में रोड पर साइकिल के लिए अलग ट्रैक की व्यवस्था होनी चाहिए। साथ ही अधिकांश इलाकों में लोगों को किराए पर साइकिल देकर भी जाम की समस्या से निपटा जा सकता है। इसके साथ ही शहर में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था को बेहतर करना होगा। सिटी बसों को सीमित एरिया तक नहीं बल्कि मोहल्लों से जोड़ते हुए मेट्रो स्टेशनों से जोड़ना होगा। जब तक इलाकों तक पब्लिक ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था नहीं होगी तब तक रोड पर जाम नहीं घटेगा। इसके साथ ही सिटी बसों को स्कूलों के साथ जुड़ना होगा।

कोट

फुटपाथ की व्यवस्था होने से पैदल चलने वाले रोड पर नहीं चलेंगे। साथ ही साइकिल को बढ़ावा देना होगा। भीड़ भाड़ वाले इलाकों के बाहर बैट्री साइकिल होनी चाहिए। लोग इन्हें किराए पर ले सके और भीड़ भाड़ वाले इलाके में अपने कार्य कर सकें।

अनिल मिश्रा, डीटीसी

लखनऊ परिक्षेत्र, परिवहन विभाग