- 5 गांव को लिया था गोद, सभी विभागों को लिया जाएगा सहयोग

- साल के अंत में इस योजना के बदलाव की होगी समीक्षा

LUCKNOW: बाबा साहब भीमराव आंबेडकर सेंट्रल यूनिवर्सिटी गोद लिये 5 गांव को 1 साल के अंदर विकसित करेगा। इसको लेकर एक रोड मैप तैयार किया गया है। इसके लिए एनएसएस और एनसीसी का भी सहयोग लिया जाएगा। बीबीएयू के वीसी प्रो। संजय सिंह ने उन्नत भारत अभियान की टीम के साथ गुरुवार को बैठक की। इसमें उन्होंने यूनिवर्सिटी द्वारा गोद लिये 5 गांव उर्वा, चाकोली, दादूपुर, मीरानपुर और रामचौरा को विकासशील बनाने के बारे में चर्चा की।

हर विभाग का पूरा सहयोग लिया जाए

अभियान में यूनिवर्सिटी के विभिन्न विभागों सहित एनसीसी और एनएसएस को जोड़ा जाए। साथ ही यह तय किया जाए कि वह विभाग गांव की प्रगति में अपना भरपूर योगदान दे सकें। उन्होंने कहा कि गांव में वर्तमान में जो समस्याएं हैं, जानकर उनकी एक सूची तैयार करें। इसके बाद उनका निराकरण योजनाबद्ध तरीके से किया जाए। काम करने के बाद यह प्रयास कितना सफल हुआ, साल के अंत में इसका आंकलन किया जाए ताकि हमें पता चल सके कि यूनिवर्सिटी गांव में कितने सकारात्मक बदलाव लाने में सफल रहीं।

जुटाएं जा रहे आकड़े

बैठक में उन्नत भारत अभियान के नोडल अफसर प्रो। नवीन कुमार अरोरा ने बताया कि 5 गांवों के निवासियों से जानकारी हासिल कर गांव की समस्याओं के संबंध में आंकड़े जुटाए गए हैं। गांव में पानी की समस्या बहुत ज्यादा है, प्राकृतिक जलस्त्रोत पाए गए हैं। इस पर ध्यान देने की जरूरत है। वही अभियान की संयोजिका शिल्पी वर्मा ने गांव की महिलाओं में कुपोषण की समस्या का जिक्र करते हुए कहा कि महिलाओं को इस बारे में ना केवल जागरूक किया जाएगा बल्कि पोषण युक्त प्राकृतिक खाद्य पदाथरें का सेवन करने संबंधी जानकारी दी जाएगी। साथी पुणे मछली पालन, मधुमक्खी पालन की ट्रेनिंग दी जा सकती है। गांव के कुछ लोगों को चयनित कर उन्हें डिजिटल लिटरेसी प्रदान करने की दिशा में भी काम किया जा सकता है।