लखनऊ (ब्यूरो)। सिविल अस्पताल में आंख की समस्या के मरीजों को अब बेहतर और एडवांस्ड इलाज मिल सकेगा, क्योंकि यहां के नेत्र रोग विभाग को अपग्रेड किया जा रहा है। विभाग में कई एडवांस्ड मशीनों को लगाया जाएगा। इसके लिए शासन स्तर से 1.46 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है।

मरीजों को भटकना नहीं पड़ेगा

सिविल अस्पताल के नेत्र रोग विभाग में रोजाना 200 से अधिक मरीज दिखाने आते हैं। वहीं, कई तरह की आंखों की सर्जरी भी की जाती हैं, लेकिन एडवांस्ड इलाज के लिए मरीजों को अन्य मेडिकल संस्थानों का रुख करना पड़ता है। इसी को देखते हुए शासन स्तर से आवश्यक उपकरणों की प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति दी गई है। जिसकी खरीदारी यूपीएमएससीएल द्वारा की जाएगी। इसके लिए 1 करोड़ 46 लाख 50 हजार रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है। ऐसे में मरीजों को इलाज के लिए दूसरे बड़े संस्थानों में नहीं भटकना पड़ेगा।

आसान होगी आंख की सर्जरी

सिविल अस्पताल के नेत्र रोग विभाग में विट्रोक्टोमी मशीन लगाई जाएगी। यह एक प्रकार की आंख की सर्जरी है, जिसका प्रयोग आंख की रेटिना और विट्रीयोअस की समस्याओं के इलाज में किया जाता है। यह सर्जरी, डायबिटिक रेटिनोपैथी, मैक्यूलर होल, मैक्यूलर पकर आदि समस्याओं में की जाती है। इस मशीन के लिए 15 लाख रुपये का बजट पास किया गया है। वहीं, यहां फेको इमल्सीफायर मशीन भी लगेगी। यह एक मोतियाबिंद सर्जरी की विधि है, जिसमें आंख के आंतरिक लेंस, जिसमें मोतियाबिंद होता है, को एक अल्ट्रासोनिक हैंडपीस की नोंक से इमल्सीफाइड करके आंख से निकाल लिया जाता है।

मरीजों को बेहतर चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए लगातार काम किया जा रहा है। नए उपकरण आने से मरीजों को लाभ मिलेगा।

-डॉ। नरेंद्र अग्रवाल, निदेशक, सिविल अस्पताल