लखनऊ (ब्यूरो)। लोहिया संस्थान के मातृ-शिशु रेफरल अस्पताल में आने वाले मरीजों की दिक्कतें कम नहीं हो रही हैं। यहां ब्लड बैंक खोलने की इजाजत मिल चुकी है और रजिस्ट्रेशन भी हो चुका है। इसके बावजूद मरीजों को ब्लड डोनेट करने गोमतीनगर स्थित लोहिया संस्थान जाना पड़ता है। इसके बाद रेफरल में बने ब्लड काउंटर से उन्हें ब्लड मिलता है। जिससे मरीजों का काफी टाइम वेस्ट होता है। वहीं अधिकारियों की माने तो जल्द ब्लड बैंक शुरू हो जाएगा।

रोज करीब 30 यूनिट ब्लड की जरूरत

लोहिया संस्थान का 200 बेड का मातृ-शिशु रेफरल अस्पताल शहीद पथ पर है। यहां स्त्री एवं प्रसूति रोग, पीडियाट्रिक एंड पीडियाट्रिक सर्जरी के साथ नीकू-पीकू की भी सेवाएं हैं। रोज 20 के करीब डिलीवरी होती हैं जिनकी संख्या कभी-कभी 35 तक हो जाती है। यहां बच्चों से संबंधित सर्जरी भी होती है। जिसके चलते रोज 25 से 30 यूनिट ब्लड की जरूरत होती है। ब्लड की जरूरत होने पर तीमारदारों को लोहिया संस्थान जाकर ब्लड देना होता है। इसके बाद यहां बने ब्लड काउंटर से ब्लड मिलता है।

लाइसेंस मिले ढाई माह बीते

बीते साल संस्थान प्रशासन ने बड़े जोर-शोर से यहां 400 यूनिट क्षमता वाला ब्लड बैंक स्थापित करने की घोषणा की थी। बीते साल अक्टूबर माह में इसके लिए लाइसेंस भी मिल गया और कई जरूरी मशीनें तक लग चुकी हैं। इसके बावजूद अभी तक ब्लड बैंक शुरू नहीं हो सका है। अधिकारियों की माने तो कुछ सामान आना बाकि है। उसके आते ही इसे शुरू कर दिया जाएगा। फिलहाल ब्लड स्टोरेज व्यवस्था के तहत ब्लड उपलब्ध कराया जा रहा है।

ब्लड बैंक जल्द शुरू हो जायेगा। मरीजों की जरूरतों का पूरा ध्यान रखा जाता है।

-डॉ। श्रीकेश सिंह, एमएस, मातृ-शिशु रेफरल अस्पताल