लखनऊ (ब्यूरो)। महिलाओं की सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए सेफ सिटी प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। इसके अंतर्गत स्पेशल स्मार्ट कमांड सेंटर बनाया गया है। जिससे राजधानी में अलग-अलग प्वाइंट्स में लगे कैमरों को इंटीग्रेड किया गया है। जिससे इन स्थानों की पल-पल की जानकारी कमांड सेंटर को मिल रही है और यहां से आपराधिक छवि वालों पर नजर रखी जा रही है।
200 प्वाइंट्स पर 1 हजार कैमरे
राजधानी के 200 से अधिक प्वाइंट्स पर एक हजार से अधिक कैमरे लगाए गए हैैं और हर एक कैमरे का फुटेज कमांड सेंटर पहुंच रहा है। जिसके आधार पर ऑटोमैटिक रिपोर्ट भी बन रही है।
45 तरह की घटनाएं चिन्हित
पुलिस की ओर से महिलाओं के साथ होने वाली 45 तरह की घटनाओं को चिन्हित किया गया है। जिन्हें कमांड सेंटर से लिंक कर दिया गया है। जिससे अगर इन श्रेणी के अंतर्गत किसी भी महिला के साथ घटना घटित होती है तो तुरंत उसका सिग्नल कमांड सेंटर में पहुंच जाएगा। यहां से इसकी जानकारी डायल 112 और महिला हेल्पलाइन 1090 पर भेज दी जाएगी। जिसके बाद पुलिस तुरंत मौके पर पहुंचेगी और एक्शन लेगी।

ये घटनाएं की गईं लिस्टेड
1- चेन व पर्स स्नेचिंग
2- छेड़छाड़
3- एसिड अटैक
4- पान शॉप में खड़े लड़कों के ग्रुप द्वारा टीज करना
5- महिलाओं की गाड़ी को ओवरक्रॉस करना
6- पब्लिक प्लेस में महिलाओं का पीछा करना
7- आइसोलेटेड एरियाज में महिलाओं की स्कूटी का पीछा करना
8- स्कूल-कॉलेज के पास जबरदस्ती हाथ पकड़ना
9- महिलाओं का अपहरण या प्रयास
10- सार्वजनिक स्थानों पर पोर्नोग्रॉफिक मैटेरियल का वितरण
11- लेडीज पब्लिक टॉयलेट्स के पास मेल मूवमेंट
12- कोचिंग सेंटर के पास ड्रग्स डिस्ट्रिब्यूशन
13- पब्लिक प्लेस में महिलाओं के साथ मारपीट
14- महिलाओं के चेहरे पर स्याही फेंकना
15- महिलाओं के बाल खींचना
16- डिटेक्शन ऑफ एक्सीडेंट
17- मर्डर का प्रयास या मर्डर

हाथ हिलाकर दे सकती हैं संकेत
सार्वजनिक स्थानों और मार्केट एरिया में अगर किसी महिला के साथ कोई अपराध होता है तो वह कैमरे के सामने आकर सिर्फ मदद के लिए हाथ हिला दे। जिसके बाद कमांड सेंटर में बैठा कर्मचारी इसकी जानकारी तुरंत संबंधित पुलिस स्टेशन को देगा। जिससे पीड़ित महिला को तुरंत राहत पहुंच जाएगी।
24 घंटे नजर रखी जाएगी
कमांड सेंटर में कर्मचारियों की ड्यूटी 24 गुणा 7 के आधार पर लगाई गई है। जिससे अगर रात में भी महिला के साथ कोई घटना होती है तो पुलिस तुरंत एक्शन ले सकेगी।
हर तरह के अपराध पर नजर
वैसे तो सेफ सिटी में मुख्य फोकस महिलाओं की सुरक्षा पर है लेकिन अगर कोई भी अन्य घटना होती है तो कमांड सेंटर में बैठा कर्मचारी तुरंत पुलिस को जानकारी देगा।
ट्रायल का काम पूरा
सेफ सिटी से इंटीग्रेड किए गए कैमरों के ट्रायल का काम भी पूरा हो गया है। शुक्रवार को मंडलायुक्त समेत पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने फील्ड में जाकर रियलिटी चेक भी किया था।

सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत 200 प्वाइंट्स पर एक हजार से अधिक कैमरे लगाए गए हैैं। इनके माध्यम से महिलाओं के साथ होने वाली घटनाओं पर नजर रखी जाएगी साथ ही घटना होने पर पुलिस की ओर से तुरंत एक्शन भी लिया जाएगा।
अजय कुमार द्विवेदी, नगर आयुक्त