- मिड-डे-मील से बीमार हुए 75 बच्चों के मामले में केंद्र सरकार हुई गंभीर

LUCKNOW: कैंट स्थित माध्यमिक विद्यालय आरए बाजार में ख्9 जुलाई को मीठा दूध पीने से 7भ् बच्चों के बीमार होने के मामलें पर केंद्र सरकार ने रिपोर्ट मांगी है। केंद्र सरकार की नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल सेल एनसीडीसी ने पूरे मामलें को गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार इस पर पूरी रिपोर्ट मांगी है। एनसीडीसी की ओर से मामले के जांच के आदेश देने के बाद राज्य सरकार ने इस मामले की जांच डिप्टी सीएमओ से शुरू करा दी है। इसके लिए शासन ने डिप्टी सीएमओ डॉ। आरके चौधरी व डॉ। प्रिया को मामले की जांच के आदेश दिए है। उन्होंने इस मामले में शनिवार को बीएसए कार्यालय, कैंटोमेंट जनरल हॉस्पिटल और जिला प्रशासन के स्तर से अब तक हुई कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है।

अभी तक नहीं दिया नोटिस का जवाब

बीते ख्9 जुलाई को मिड-डे-मील में दिए गए फ्लेवर्ड मिल्क पीने से करीब 7भ् बच्चों को पेट में दर्द, सिर दर्द व उल्टी की शिकायत के बाद हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। इस मामले की जांच कर रहे सिटी मजिस्ट्रेट शत्रोहन वैश्य ने माध्यमिक विद्यालय आरए बाजार प्राइमरी सेक्शन की प्रधानाध्यापिका शोभना, जूनियर सेक्शन की प्रधानाध्यापिका विभा रानी, प्रधानाध्यापक रामफेर जो फ्क् जुलाई को रिटायर्ड हो गए व पराग डेरी के महाप्रबंधक दिनेश कुमार सिंह व अक्षयपात्र को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। जिला प्रशासन ने इस पूरे मामले पर जारी नोटिस का जवाब देने के लिए सभी एक अगस्त तक का समय दिया गया था। लेकिन सिर्फ दोनों स्कूलों के प्रिंसिपलों के अलावा किसी ने अभी तक नोटिस का जवाब नहीं दिया गया है। इसके अलावा मिड-डे-मील में दिए गए दूध व खाने के जांच का सैम्पल की लैब रिपोर्ट भी अभी तक नहीं आई है।

मेल पर भेजकर मांगी जानकारी

भारत सरकार की एनसीडीएल सेल ने ईमेल के जरिए लेटर भेजकर पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है। विभाग ने इस मामले में अभी तक हुए कार्रवाई के बारे में पूरी रिपोर्ट मांगी है। लेकिन अभी तक नोटिस का जवाब व जांच के लिए भेजे गए सैम्पल की रिपोर्ट न आने के कारण गठित जांच टीम रिपोर्ट नहीं तैयार कर पाई है।

शनिवार को टीम ने इस मामले की पूरी जानकारी ली थी, लेकिन रिपोर्ट व नोटिस का जवाब न मिलने के कारण उन्हें रिपोर्ट नहीं दी गई है। मंडे तक रिपोर्ट संभवत दे दी जाएगी।

प्रवीण मणि त्रिपाठी, बीएसए