लखनऊ (ब्यूरो)। चेन स्नेचिंग की वारदात की पीडि़ता कृष्णा नगर की प्रीति पंजाबी हों या फिर विकास नगर की पूनम सिंह, शुक्रवार को अलीगंज में रेनू व उनके 11 माह के बेटे समृद्ध के साथ हुई घटना ने उनके जख्मों को भी एक बार फिर से हरा कर दिया है। वे जब अपने साथ हुई वारदात का मंजर याद करती हैं, तो आज भी कांप उठती हैं। चंद सेकेंड में हुई उस वारदात की दहशत बीते कई दिनों से उनके परिवार और पड़ोसियों के बीच बनी हुई है। आलम यह है कि बगल से गाड़ी से गुजरने वाला हर शख्स इन पीडि़त महिलाओं को चेन स्नेचर नजर आता है। प्रीति पंजाबी के साथ घर के बाहर हुई वारदात के बाद से पूरे मोहल्ले में महिलाओं ने चेन पहनना ही छोड़ दिया है। उनका कहना है कि जब हम अपनी गली में ही सुरक्षित नहीं हैं, तो शहर में स्नेचर्स से कैसे सेफ हो सकते हैं।

हिम्मत दिखाई, स्नेचर्स से भिड़ी भी

कृष्णा नगर के मानस नगर निवासी मनोज पंजाबी की पत्नी प्रीति 19 अप्रैल को दूध डेरी से अपनी स्कूटी से दही लेकर घर लौट रही थीं। बाइक सवार दो स्नेचर्स ने उनका पीछा किया और घर के गेट पर ही उनके गले से चेन लूट ली। प्रीति स्नेचर्स से भिड़ गईं। पिस्टल दिखाने पर भी वह स्नेचर्स पर टूट पड़ीं और एक बार उनकी पिस्टल भी नीचे गिरा दी। प्रीति का कहना है कि उस समय गली में सन्नाटा था और स्नेचर्स दो थे, उनके हाथ में पिस्टल भी थी। अगर कोई मदद करने वाला वहां आ जाता तो वह दोनों स्नेचर्स को वहीं पकड़ लेतीं।

कानपुर नंबर की गाड़ी थी स्नेचर्स के पास

प्रीति ने बताया कि वारदात के बाद भी उन्होंने अपनी गाड़ी से स्नेचर्स का पीछा किया, लेकिन वे दोनों भाग निकले। पूरी घटना उनके गली में लगे सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हुई थी। स्नेचर्स की बाइक का नंबर यूपी 78 एफके 2416 था। इस घटना के बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी, जो मौके पर पहुंची और छानबीन की। पीडि़त परिवार ने पुलिस को सीसीटीवी फुटेज भी दी। हालांकि, आज तक न तो बदमाशों का सुराग मिल सका और न ही वारदात खुल सकी। प्रीति ने आगे बताया कि इस वारदात के बाद वह कई दिनों तक दहशत में रहीं। उनकी गली में रहने वाली महिलाओं ने तो चेन पहनना ही छोड़ दिया।

झपट्टा मारकर पर्स छीन लिया

विकास नगर निवासी अखिलेश सिंह की पत्नी पूनम सिंह प्राइवेट स्कूल में टीचर हैं। 19 अप्रैल को वह स्कूल से ई-रिक्शा के जरिए घर लौट रही थीं। शाम 4 बजे के करीब वह ई-रिक्शा से उतर कर पैदल ही अपने घर जाने वाली गली में जा रही थीं। तभी पीछे से बाइक सवार दो स्नेचर्स ने झपट्टा मारकर उनका पर्स छीन लिया। छीनने के दौरान पूनम जमीन पर गिर कर घायल हो गई थीं। पूनम ने थाने पहुंच कर स्नेचिंग की वारदात की जानकारी दी। हालांकि, उनके घायल होने के बाद भी पुलिस ने न तो उनका मेडिकल कराया और न ही एफआईआर में इसका जिक्र किया। पूनम का कहना है कि उनके पर्स में आधार कार्ड, मोबाइल फोन, पैन कार्ड के अलावा मात्र 500 रुपये (फुटकर) रखे थे। पर्स में न ज्वैलरी थी और न कोई मोटी रकम।

पुलिस ने नहीं की कार्रवाई, सीएम पोर्टल पर शिकायत

पीडि़ता पूनम के पति अखिलेश सिंह ने बताया कि पत्नी के साथ हुई वारदात से वह कई दिनों से दहशत में हैं। वारदात के बाद वह पुलिस की कार्यप्रणाली से भी नाराज हैं। एफआईआर दर्ज कराने के बाद न तो पुलिस कर्मी झांकने आए और न ही किसी लुटेरे की फोटो दिखाकर पहचान कराने का प्रयास किया। इससे आहत होकर उन्होंने सीएम पोर्टल पर पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर शिकायत दर्ज कराई है।