लखनऊ (ब्यूरो)। राइस पुलिंग के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी करने वाले फर्जी कंपनी के डायरेक्टर को विभूतिखंड पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनके खिलाफ दो युवकों ने 17 लाख रुपये निवेश कराकर करोड़ों का मुनाफा दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है। पकड़े गए आरोपी से पूछताछ कर पुलिस और लोगों से ठगी की जानकारी हासिल कर रही है। आरोपी ने एक बिल्डिंग में ऑफिस खोल खुद को एक फर्जी कंपनी का डायरेक्टर बताता था और राइस पुलिंग में निवेश कर करोड़ों के मुनाफे का सपना दिखाता था।

लाखों लगाओ, करोड़ों का मुनाफा पाओ

मूलरूप से प्रतापगढ़ विनयका निवासी अंकित कुमार सिंह वास्तुखंड, विभूतिखंड में रहता है। अंकित ने बताया कि मार्च 2021 में उसके परिचित मुन्ना ने बिजनेस शुरू करने के लिए लखनऊ बुलाया था। अंकित और उसका दोस्त आलोक चौधरी को मिलकर साथ में लेकर मुन्ना के बताए विभूतिखंड स्थित एक बिल्डिंग की 11वीं मंजिल में बने ऑफिस पहुंचा था। मुन्ना ने बताया कि ऑफिस मास ऐन्टिक इंटरनेशनल कंपनी का है। जिसमें राइस पुलिंग में पैसा निवेश किया जाता है और उससे करोड़ों रुपये का मुनाफा होता है। वकील नाम के व्यक्ति ने उनकी मुलाकात कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर जसीम अहमद से कराई थी। जसीम अहमद ने बताया कि राइस पुलिंग एंटीक वस्तु होती है जिसका इंटरनेशनल मार्केट में करोड़ों दाम होता है। उसने बताया कि इसमें लाखों लगाओ और करोड़ों का मुनाफा पाओ। एक आइटम में उसे विदेश में सेल करने में 17 लाख रुपये की जरूरत है और अगर वह पैसा निवेश करते हो तो 10 दिन में तुम्हें करोड़ों का फायदा होगा।

विश्वास में लेने के लिए थमाया चेक

अंकित और आलोक ने रिश्तेदारों व दोस्तों से पैसा मांग कर 6 लाख रुपये जसीम अहमद को दिए। इस के बाद जसीम ने कहा कि जीएसटी के चक्कर में वह न पड़ें और सीधे कैश पैसा उसे दें। इस पर दोनों ने 11 लाख रुपये कैश पैसा दिया। इसके बदलने जसीम अहमद ने एक बिना डेट की 17 लाख रुपये की चेक बतौर गारंटी उसे सौंप दी, जिससे दोनों को विश्वास हो गया। दोनों को 10 दिन बाद मुनाफा लेने की बात कहकर उन्हें विदा कर दिया गया। कुछ दिन बाद दोनों ऑफिस पहुंचे तो ऑफिस बंद था। दोनों को ठगी का अहसास हुआ और कई चक्कर लगाने के बाद जसीम अहमद के खिलाफ विभूतिखंड थाने में एफआईआर दर्ज कराई।

क्या होता है राइस पुलिंग

जब आकाशीय बिजली किसी अष्टधातु पर गिरती है तो वह उसमें स्टोर हो जाती है। जिसके वह धातु एक न्यूक्लियर पावर का रूप ले लेती है। उसकी इंटरनेशनल मार्केट में कीमत सैकड़ों करोड़ होती है। आरपी पावर वाले अर्टिकल में पैसा लगाने पर करोड़ों रुपये का मुनाफा होता है। इसी का झांसा देकर दोनों युवकों से ठगी की गई थी। विभूतिखंड पुलिस जालसाज जसीम अहमद की तलाश कर रही थी। रविवार को आरोपी जसीम अहमद की लोकेशन मडिय़ांव इलाके में मिली। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस उसके साथ तीन अन्य की तलाश कर रही है। आरोपी मूलरूप से झारखंड का रहने वाला है और वह एक यूट्यूब चैनल भी चलाता है।