लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में अभी डेंगू का प्रकोप थमा नहीं है और इस बीच चिकनगुनिया ने भी पांव पसारने शुरू कर दिए हैं, जिसने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की चिंता बढ़ा दी है। इसकी जद में डिप्टी सीएमओ भी आ गये हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी से अबतक चिकनगुनिया के 17 मरीज मिल चुके हैं। वहीं, विभाग के अधिकारियों ने लोगों से मच्छरों से बचाव के उपाय अपनाने की अपील की है।

हड्डियों में होता है तेज दर्द

चिकनगुनिया मच्छर से ही फैलने वाली बीमारी है। इसमें बुखार के साथ पूरे शरीर में ऐंठन के साथ हड्डियों के जोड़ों में तेज और असहनीय दर्द होने लगता है। चिकनगुनिया फैलाने वाला यह मच्छर जब किसी संक्रमित व्यक्ति को काटता है तो उसकी लार में यह वायरस पहुंच जाता हैं। फिर यह मच्छर के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल जाता है। मच्छर काटने के 3 से 7 दिनों के बीच चिकनगुनिया की शुरुआत होती है। शहर में चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।

लक्षण के आधार पर इलाज

सीएमओ डॉ। मनोज अग्रवाल के अनुसार, चिकनगुनिया का कोई इलाज या वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। अधिकतर मामलों में मरीज सप्ताह भर में खुद ही ठीक हो जाता है। पर जोड़ों में दर्द की समस्या कुछ दिनों से लेकर महीनों तक रह सकती है। इसका इलाज बुखार, दर्द और सूजन आदि लक्षणों के आधार पर किया जाता है। साथ ही मरीज को अधिक मात्रा में तरल पदार्थ लेने की सलाह दी जाती है।

ये हैं लक्षण

- भूख कम लगना

- मांसपेशियों में दर्द

- जोड़ों में तेज दर्द

- जोड़ों में सूजन

- चक्कर आना

- शरीर पर चकत्ते निकलना

- तेज बुखार आना

- सिरदर्द

ऐसे करें बचाव

- कहीं पानी जमा न होने दें

- बर्तन को खाली कर रखें

- साबुन और पानी से अच्छे से हाथ धोएं

- घर में कीटनाशक का छिड़काव करें

- मच्छररोधी क्रीम का इस्तेमाल करें

डेंगू की ही तरह चिकनगुनिया का भी प्रकोप रहता है। दोनों से बचाव के तरीके भी एक जैसे ही होते हैं। इसके इलाज के लिए पूरी व्यवस्था है। घबराने की कोई बात नहीं है।

-डॉ। मनोज अग्रवाल, सीएमओ

चौक और चिनहट चौकी में मिले डेंगू लार्वा, थमाई गई नोटिस

राजधानी में डेंगू के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। रविवार को 32 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई। वहीं, टीमों के द्वारा निरीक्षण के दौरान पुलिस चौकी चिनहट एवं गोमतीनगर में मच्छर जनित स्थितियां पाये जाने पर नोटिस जारी किया गया। जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में 32 डेंगू पॉजिटिव रोगी पाए गये। इसमें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के तहत आलमबाग में 7, इंदिरानगर में 5, सिल्वर जुबली में 4, अलीगंज में 4, टूडियागंज में 3, चिनहट में 3, ऐशबाग में 2, रेडक्रास में 2 और सरोजनीनगर में 2 केस पाए गए। वहीं, लगभग 1155 घरों एवं आसपास मच्छरजनित स्थितियों का सर्वेक्षण किया गया और कुल 15 घरों में मच्छरजनित स्थितियां पाए जाने पर नोटिस जारी किया गया। इसके अतिरिक्त नगर मलेरिया इकाई एवं जिला मलेरिया अधिकारी की टीमों द्वारा जनपद के विभिन्न स्थलों व भवनों का निरीक्षण किया गया तथा लार्वा रोधी रसायन का छिड़काव किया गया।

फीवर क्लीनिक संचालन का निर्देश

सीएमओ द्वारा जनपद के समस्त जिला-संयुक्त चिकित्सालयों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में फीवर हेल्प डेस्क को संचालित करने तथा फीवर के रोगियों को समुचित उपचार प्रदान करने एवं लक्षणों के आधार पर जांच कराये जाने के लिए निर्देशित किया गया है। वहीं, जनता को मच्छरों से बचाव के प्रति जागरूक किया गया।