स्विच करने पर लगी आग

जानकारी के अनुसार सेंट फ्रांसिस स्कूल से बच्चों को लेकर लौट रही वैन जब वजीरगंज के चौधरी गढ़हिया में रहने वाले सीएम सिक्यूरिटी में तैनात अय्यूब अली के दो बच्चों क्लास एट्थ के स्टूडेंट आकिब और सेकेंड क्लास में पढ़ने वाले अब्दुल को घर तक छोड़ने गयी थीवहां पहुंचते ही कार में सीएनजी गैस खत्म हो गयीड्राइवर शरद ने जैसे ही गाड़ी को सीएनजी से पेट्रोल पर स्विच किया कार के लीवर के पास से आग निकलने लगी

मच गया कोहराम

आग निकलता देख बच्चों में चीख पुकार मच गयीड्राइवर शरद कुमार ने किसी तरह बच्चों को खींच-खींच कर वैन के बाहर निकाला, लेकिन तब तक कार से लपटें उठने लगीघटना में अमान अली, आदित्य, अमन अग्रवाल, अतुलित के अलावा कार के ड्राइवर शरद कुमार झुलस गयेसभी को बलरामपुर हास्पिटल में एडमिट कराया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद सभी को छुट्टी दे दी गयी

आस-पास के लोगों ने की मदद

जिस जगह पर आग लगी वहां रोड के दोनों तरफ मकान थेपास में रहने वाले एक युवक ने फौरन अपने घर में लगा सबमर्सिबल ऑन कर दिया जिससे आग पर काबू पा लिया गया.

भाग्य ने दिया साथ

जिस समय हादसा हुआ वैन में 6 बच्चों के अलावा ड्राइवर शरद कुमार और उसका साथी राजा मौजूद थाकार में यहियागंज निवासी आदित्य, अमन, अतुलित, ओजस, हर्ष, अमान अली, चौधरी गढ़हिया निवासी आकिब खां और अब्दुल कादिर खां मौजूद थेचौधरी गढ़हिया में जब आकिब और अब्दुल को वैन से उतार रहे थे तभी वैन में आग लग गयीगेट खुला था जिससे बाकी बच्चों को भी गाड़ी से बाहर निकालने में मदद मिली

आग बुझने के बाद पहुंची एम्बुलेंस

घटना के बाद स्थानीय लोगों ने एम्बुलेंस को कॉल कियाएम्बुलेंस पहुंचने में आधा घंटा से ज्यादा का समय लग गयातब तक आग ठण्डी पड़ चुकी थीएम्बुलेंस बिना कुछ किए ही वापस हो गयी

मेरी मेहनत बरबाद हो गयी

अब्दुल क्लास टू का स्टूडेंट हैउसका बैग वैन में ही रह गया थाअब्दुल उदास इसलिये है कि उसकी मैम ने होम वर्क दिया था, जिसे कल पूरा करके दिखाना थाइस सेशन में जो भी पढ़ाया लिखाया गया था सब खत्म हो गयाअब दोबारा पूरी फिर से मेहनत करनी पड़ेगीयही हाल अब्दुल के भाई आकिब का भी हैआकिब क्लास एट्थ का स्टूडेंट हैउसका कोई भी काम पेंडिंग नहीं रहता थालेकिन किताबें और कापियां जलने के बाद उसे अब दोस्तों से नोट्स मांगने पड़ेंगे.

बाल-बाल बच गया हम्जा

बजाजा निवासी हम्जा इसी गाड़ी से रोज आता जाता थालेकिन शुक्रवार को हम्जा की मैम ने उसे रोक लिया थावैन उसे लिये बिना ही चली गयी और हादसे का शिकार हो गयीहम्जा की मां को जब गाड़ी में आग लगने की खबर मिली तो वह परेशान हो गयींलेकिन जब उन्हें पता चला कि उनका बेटा गाड़ी में नहीं है तो उन्होंने खुदा का शुक्र अदा किया

क्या कहते हैं स्टूडेंट और पैरेंट़स

स्टूडेंट आकिब अली खान ने बताया कि मैं गाड़ी से उतरने ही वाला था कि अचानक गेयर के पास से धुआं निकलने लगाहम लोग कुछ समझ नहीं पा रहे थे तभी ड्राइवर अंकल जल्दी से हम लोगों को गाड़ी से बाहर की तरफ खींचने लगेहम लोगों का बैग गाड़ी में ही रह गयाहमारे कुछ साथी चीख रहे थेआसपास के लोग आये और आग को बुझाने की कोशिश करने लगेवहीं गार्जियन सब इंस्पेक्टर अययूब अली खान कहते हैं कि बच्चों को घर पहुंचने में लेट हुई तो मैंने ड्राइवर को फोन कियाउसने बताया कि पहुंचने ही वाला हूंपांच मिनट भी नहीं गुजरते थे तभी हमारे बेटे कादिर का फोन आ गया कि पापा गाड़ी में आग लग गयी हैहम लोग घबरा गयेफौरन मौके पर पहुंचेगाड़ी की कंडीशन देख कर हाथ पांव फूल गयेलेकिन ऊपर वाले का शुक्र है कि मेरे दोनों बच्चे सही सलामत मेरे सामने थे

क्या कहते हैं अधिकारी

आरटीओ वीके सिंह कहते हैं कि आज वैन में लगी आग की घटना की जांच की जाएगीअवैध वैन भला बच्चों को स्कूल से लेने कैसे गईमानकों की अनदेखी होने से बच्चों की जान जा सकती थी.

ये हैं अब तक के मामले

- अक्टूबर 2009 में जानकीपुरम के पास हुए हादसे में एक स्टूडेंट की मौत हो गई

- सितम्बर 2010 में गोमती नगर हुसड़िया चौराहे के पास डम्पर ने स्कूली वैन को ठोंक दिया

  • जनवरी 2011 में गोमती नगर में दो स्कूली वैन आपस में टकरा गईंइसमें सिर्फ बच्चों को खासी चोटें आईं थी.

  • जनवरी 2013 में मलिहाबाद में ओवरटेक के चक्कर में एक स्कूली वैन ट्रक से जा भिड़ीएक बच्चे और ड्राइवर ने मौके पर ही दम तोड़ दिया.