लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में इस समय आंखों के संक्रमण की तरह ही हेपेटाइटिस संक्रमण भी काफी तेजी से फैल रहा है। चिंता की बात यह है कि यह अधिकतर बच्चों को ही अपना शिकार बना रहा है। अस्पतालों में बड़ी संख्या में बच्चे इस संक्रमण का शिकार होकर पहुंच रहे हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि बारिश के इस मौसम में खराब पानी और संक्रमित खाने के चलते यह समस्या देखने को मिल रही है। अगर इसके लक्षण किसी में दिखाई दें तो वह तुरंत डॉक्टर को दिखाए। समय रहते इलाज शुरू होने से इससे जल्दी छुटकारा पाया जा सकता है।

बच्चों में हो रहा ज्यादा असर

हेपेटाइटिस-ए एक अत्यधिक संक्रामक लिवर संक्रमण है, जो लिवर में सूजन का कारण बनता है। यह संक्रमण आमतौर पर दूषित पानी या भोजन करने से या इस बीमारी से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से होता है। केजीएमयू के गेस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट डॉ। अनिल गंगवार ने बताया कि इस समय हेपेटाइटिस-ए के काफी मरीज अस्पताल की ओपीडी में आ रहे हंै। इस बार 5 साल से 15 साल तक के बच्चों में यह संक्रमण अधिक देखने को मिल रहा है। वहीं 25 से 30 साल की उम्र वाले भी इस संक्रमण का शिकार हो रहे हैं, हालांकि इसकी संख्या अभी कम है। ओपीडी में रोज 8 से 10 मरीज इस बीमारी के आ रहे हैं।

सतर्क रहने की जरूरत

डॉ। अनिल गंगवार के मुताबिक यह बीमारी ओवरटाइम अपने आप ठीक हो जाती है। इसमें लीवर फेल्योर होने के चांस बेहद कम रहते हंै। इसलिए इस संक्रमण से घबराने की जरूरत नहीं है। अपने आसपास साफ-सफाई रखें और उबला पानी और ताजा बना हुआ खाना ही खाएं। खासतौर पर बच्चों को लेकर अतिरिक्त सर्तकता बरतनी चाहिए, उन्हें बाहर की चीजें इस मौसम में न दें। वहीं, इसकी वैक्सीन भी है। जिसे लगवाकर इससे सुरक्षा पा सकते हैं।

संक्रमण के लक्षण

- पेट में दर्द

- उल्टी आना

- तेज बुखार

- खा नहीं खा पाना

- चक्कर आना

ऐसे करें बचाव

- पानी उबाल कर ही पीएं

- ताजा बना खाना ही खाएं

- समस्या होने पर खुद से दवा न लें

- डॉक्टर की सलाह पर ही दवा लें

- घबराने की जगह सर्तक रहने की जरूरत

समय के साथ यह बीमारी अपने आप ठीक हो जाती है। इससे डरने की नहीं, सतर्क रहने की जरूरत है। बारिश के इस मौसम में बीमारियों से बचने के लिए उबला पानी और ताजा खाना ही खाएं।

-डॉ। अनिल गंगवार, गेस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट, केजीएमयू