लखनऊ (ब्यूरो)। सीएम योगी ने जलवायु परिवर्तन को लेकर अपने अनुभवों को शेयर किया। उन्होंने प्रदेश में पिछले साढ़े चार साल में हुए परिवर्तनों को उदाहरणों के रूप में बताया। उन्होंने कहा कि कानपुर में जहां कभी सीवर गिरता था, आज वहां सेल्फी प्वाइंट बन चुका है। 2017 के पहले कानपुर में गंगा में एक भी जलीय जीव नहीं थे, आज आपको वहां सभी जलीय जीव मिल जाएंगे। उन्होंने कहाकि गंगा की पहचान डॉल्फिन से थी, आज आपको डॉल्फिन फिर से देखने को मिल जाएगी।

दुधवा ईको टूरिज्म का बड़ा सेंटर
सीएम ने जलवायु परिवर्तन पर कहा कि दुधवा हमारे ईको टूरिज्म का बड़ा सेंटर है। दो साल पहले एक वल्र्ड फेस्टिवल का आयोजन किया गया था, उसमें वह गए थे। उस समय जून का महीना था, बाहर भीषण गर्मी थी। जब वह अंदर जंगल में गए तो लखनऊ से करीब सात से आठ डिग्री का टेम्प्रेचर में अंतर था। यह दिखाता है कि यूनाईटेड नेशन ने जो हम सबको चेतावनी दी है कि अगर जलवायु परिवर्तन इसी तरह से होता रहाए तो कितना खराब हो सकता है।

ये सर्किट लांच
सीएम योगी ने तीन ईको पर्यटन सर्किट आगरा।चंबल सर्किट, वाराणसी। चंद्रकांता और गोरखपुर।सोहगीबरवा सर्किट को लांच किया। सीएम योगी को वन एवं पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्री दारा सिंह चौहान ने दुधवा टाइगर रिजर्व में बाघ संरक्षण के लिए अंतरराष्ट्रीय मानदंडों पर खरा उतरने पर मिले राष्ट्रीय कैट्स अवार्ड का प्रमाण पत्र सौंपा। इस दौरान ताइवान के अंबेसडर बौशुआन गेर, एनजीटी के न्यायमूर्ति आदर्श कुमार गोयल, केंद्रीय पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन के राज्य मंत्री अश्वनी कुमार चौबे, पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री दौरा सिंह चौहान, विधि एवं न्याय मंत्री बृजेश पाठक, एनजीटी के सदस्य न्यायमूर्ति एसके सिंह, वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के राज्य मंत्री अनिल शर्मा और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष जेपीएस राठौर आदि मौजूद रहे।