हर एक तथ्य होंगे सामने

आईएसएचई के तहत, यूनिवर्सिटी और कॉलेजेस का पूरा ब्यौरा ऑनलाइन किया जाएगाजिससे एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स कॉलेजों के बारे में पूरी जानकारी ऑनलाइन प्राप्त कर सकेंइसके लिए एमएचआरडी के ऑर्डर पर यूपीटीयू मैनेजमेंट शिक्षण संस्थानों में एक ट्रेनिंग प्रोग्राम का भी आयोजन करने जा रहा हैडाटा-बेस में यूनिवर्सिटी सहित कॉलेजेस में उपलब्ध संसाधनों, फैकल्टी मेंबरों, कोर्सेस, नए सलेबस के बारे में जानकारी, छात्र-शिक्षक अनुपात का आंकड़ा शामिल करना होगाइसके लिए एमएचआरडी की तरफ से उच्च शिक्षा निदेशालय को नोडल एजेंसी के रूप में नॉमित किया गया है.

सभी कॉलेजों को रूसा से जोडऩा उद्देश्य

डाटा-बेस अपलोड करने को लेकर स्टेट ट्रेनिंग को-ऑर्डिनेटर डॉअतुल शर्मा का कहना है कि मंत्रालय का प्रयास इस डाटा-बेस को राष्ट्रीय उच्चत्तर शिक्षा अभियान 'रूसाÓ से जोडऩे का हैआने वाले दिनों में यह डाटा-बेस अनिवार्य कर दिया जायेगाउन्होंने बताया कि जिस तरह से नैक से मूल्यांकन के अभाव में यूजीसी ने फंड देने से मना कर दिया है, उसी तरह आने वाले दिनों में इसे भी प्रभावी बनाना है.

हर उपयोगी जानकारी

उन्होंने कहा कि इस डाटा-बेस के माध्यम से स्टूडेंट को यह पता चल सकेगा कि कौन से कॉलेज या फिर यूनिवर्सिटी उसके लिए उपयोगी साबित हो सकते हैंदूसरे डाटा-बेस ऑनलाइन होने से आउट डेटेड और नए कोर्सों के बारे में भी स्टूडेंट जानकारी हासिल कर सकेंगे.

क्‍या कहते हैं अधिकारी

अभी तक कॉलेजेस की तरफ से अपेक्षित डाटा-बेस अपलोड नहीं किया गया हैजिसको देखते हुए कॉलेजेस को आगामी 15 फरवरी तक डाटा-बेस अपलोड करने का निर्देश दिया गया है.

- डॉआरके खांडल,

वीसी, यूपीटीयू