लखनऊ (ब्यूरो)। निगम प्रशासन की ओर से एक तरफ जहां शिवरी प्लांट में लगे वेस्ट के ढेरों को समाप्त करने के लिए कार्ययोजना बनाई जा रही है। वहीं दूसरी तरफ ओपन डंपिंग प्वाइंट्स को भी समाप्त करने के लिए कवायद शुरू कर दी गई है। इसके लिए पहले चरण में सभी सार्वजनिक स्थानों पर कॉम्पैक्टर लगाए जाने की तैयारी है। जिससे रोड साइड वेस्ट नजर न आए। इतना ही नहीं, यह भी व्यवस्था की जा रही है कि कॉम्पैक्टर से वेस्ट सीधे प्लांट पहुंच जाए।

मार्केट एरिया पर फोकस

निगम प्रशासन की ओर से मार्केट एरिया पर विशेष फोकस किया जा रहा है। इसकी दो वजह है। एक तो त्योहार आ रहे हैैं, जिससे मार्केट एरिया में भीड़ होगी। वहीं दूसरी तरफ सामान्य दिनों में भी मार्केट एरिया में लोगों का फुटफॉल अधिक रहता है। इसके साथ ही मार्केट एरिया में वेस्ट भी अधिक निकलता है। इसे ध्यान में रखते हुए ही निगम प्रशासन की ओर से मार्केट एरिया को कॉम्पैक्टर्स से कवर करने संबंधी तैयारी की गई है। निगम प्रशासन की ओर से पहले ही निर्णय लिया जा चुका है कि सभी जोन में धीरे-धीरे सभी ओपन डंपिंग प्वाइंट्स को समाप्त किया जाएगा। इसके लिए रिफ्यूज कॉम्पैक्टर्स लगाया जा रहा है। इसके साथ ही कई अन्य प्वाइंट्स पर प्लास्टिक शीट भी लगाई जाएगी।

पब्लिक कनेक्टिविटी पर फोकस

इस समय स्वच्छता लीग चल रही है। ऐसे में निगम प्रशासन का पूरा फोकस इस लीग पर है। निगम प्रशासन का प्रयास है कि जल्द से जल्द पब्लिक को स्वच्छता लीग से कनेक्ट किया जाए। इसके लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बकायदा प्रतियोगिता भी शुरू की गई है। इसके अंतर्गत लोगों से स्वच्छता से जुड़े सवाल पूछे जा रहे हैं। निगम की ओर से अपील की गई है कि अधिक से अधिक लोग इस लीग से जुड़ें और शहर को स्वच्छ बनाए रखने में अपना योगदान दें।

शासन से सहयोग

शिवरी प्लांट में लगे वेस्ट के ढेरों को समाप्त करने के लिए शासन स्तर से मदद मांगी जा सकती है। इसके लिए निगम प्रशासन की ओर से कार्ययोजना तैयार की गई है। निगम प्रशासन की ओर से वित्तीय मदद के लिए शासन को पत्र लिखने संबंधी तैयारी की जा रही है। बता दें कि शिवरी प्लांट में सैकड़ों टन वेस्ट के ढेर लगे हुए हैं। जिन्हें अभी तक निस्तारित नहीं किया जा सका है। इसकी वजह से हर साल स्वच्छता परीक्षा में निगम को अंकों का नुकसान उठाना पड़ता है, जिससे शहर की रैैंकिंग पर असर पड़ता है।

ये होगा फायदा

कॉम्पैक्टर का सबसे बड़ा फायदा यह है कि वेस्ट परिवहन और कलेक्शन आसानी से किया जा सकेगा। यहां से वेस्ट सीधे ट्रांसफर स्टेशन पहुंचेगा और वहां से शिवरी प्लांट। जिससे कम समय में वेस्ट का निस्तारण किया जा सकेगा। निगम प्रशासन का प्रयास यही है कि जल्द से जल्द कॉम्पैक्टर्स लगाने का काम पूरा कर लिया जाए।