8 बीघा जमीन पर कब्जा के विरोध करने पर सैकड़ों लोगों के साथ किया हमला

- पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष विजय बहादुर यादव समेत दो गिरफ्तार

- पीडि़त पक्ष ने एसएसपी आवास पर लहूलुहान हालत में किया प्रदर्शन

LUCKNOW: चिनहट के बाघामऊ गांव में गुरुवार को आठ बीघा जमीन को लेकर दो पक्षों में खूनी संघर्ष हो गया। दोनों पक्षों से दो दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए। कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। आरोप है कि सत्ता पक्ष की हनक दिखाते हुए पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष और वर्तमान में जिला पंचायत अध्यक्ष के पति व सपा नेता विजय बहादुर यादव ने अपने समर्थकों के साथ मिलकर पीडि़त पक्ष पर हमला बोला। मदद की गुहार लगाने पर भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। जिसके बाद आक्रोशित दर्जनों पीडि़तों ने एसएसपी आवास पर घायल अवस्था में प्रदर्शन किया। एसएसपी ने उनकी हालत को देख इलाज के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। पीडि़त और पुलिस की तहरीर पर जिला पंचायत सदस्य विजय बहादुर समेत डेढ़ सौ लोगों के खिलाफ बलवा, सेवन सीएलए एक्ट के तहत केस दर्ज कराया गया। पुलिस ने विजय बहादुर समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया।

3 जुलाई को भी हुआ था विवाद

बाघामऊ के रहने वाले बीखल, प्रेमचन्द्र, अधिवक्ता इंदल प्रसाद ने बताया कि बाघामऊ में उनकी पैतृक भूमि है। इस जमीन पर पीडि़त 3 जुलाई को बाउंड्रीवाल करवाने के लिए नींव खुदवा रहे थे। इस पर गांव के दबंग प्रधान मनोज यादव, स्वयंवर यादव, लक्ष्मण ने विरोध करते हुए गाली गलौज कर मारपीट की थी। ग्राम प्रधान अभिलेखों में दर्ज इस पैतृक जमीन को ग्राम समाज की बता जिला प्रशासन से स्टे होने के बाद भी कब्जा कर रहा था। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने पीडि़त पक्ष की सुने बगैर पीडि़तों को हड़काते हुए उनकी जेसीबी चौकी में खड़ी करवा ली थी।

जमीन पर खराब थी नीयत

पीडि़तों ने बताया जमीन पर मोहल्ले में रहने वाले गोसाईगंज जिला पंचायत सदस्य विजय बहादुर यादव कब्जा करना चाहते हैं। जमीन का मुकदमा भी चल रहा था। पांच जुलाई को कोर्ट से जमीन पर स्टे भी मिल गया था। इसके बाद भी एक हाउसिंग सोसाइटी के साथ मिलकर विजय बहादुर यादव जमीन पर निर्माण कार्य करा रहे थे। गुरूवार सुबह विजय बहादुर का भतीजा विवेक कई लोगों के साथ प्लॉट पर मौजूद था और निर्माण कार्य करा रहा था। इंदल के भतीजे संतोष कुमार और परिवार के सदस्य निर्माणकार्य का विरोध करने पहुंचे तो विवेक और उसके साथियों ने गाली गलौज कर हमला बोल दिया।

लाठियां चलीं, बांके से हुआ हमला

पीडि़तों ने बताया सुबह जिलापंचायत सदस्य विजय बहादुर यादव, ग्राम प्रधान मनोज यादव और हिस्ट्रीशीटर रघुनंद कलिया सहित दर्जनों लोगों के साथ गांव खाली कराने पहुंचे और पीडि़तों पर असलहों की बट, कुंदों, लाठी डंडों और बांके से हमला कर दिया। हमले में वीरबल (55), मंगला देवी (50), संतोष उर्फ गुड्डू (35), पप्पी देवी (32), दिनेश सिंह (35), इंदल (35), शोभा देवी (33), केतकी देवी (36), बसंतलाल (28), अनुज कुमार (25), राधा देवी (32), दिनेश कुमार (26), सोनू (20), मोनू (18), गोलू (22) और राममूर्ति (30) घायल हुए हैं। इसमें अनुज की हालत बेहद गंभीर है, जिसे ट्रामा में भर्ती कराया गया है। वहीं, दूसरे पक्ष से विवेक यादव (22), विनोद (26), राकेश (27), रघुनंदन (35), नीरज (25), राजू (23), तारकनाथ (40), मनोज (34), राम करन (36) और आशीष (26) घायल हुए हैं। पुलिस को पहले ही इस विवाद की जानकारी थी, लेकिन कार्रवाई करने की जगह पुलिस ने चुप्पी साध ली थी। जिसका नतीजा खूनी संघर्ष के रूप में सामने आया।

मटियारी चौराहे पर लगाया जाम

जिला पंचायत सदस्य विजय बहादुर ने सैकड़ों समर्थकों के साथ मटियारी चौराहे के पास गहमर कुंज कॉलोनी के सामने सड़क जामकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर हंगामा शुरू कर दिया। बवाल की सूचना पर कई थानों का पुलिस बल, पीएसी, सीओ, अलीगंज, गोमतीनगर मौके पर पहुंचे। पुलिस ने दोनों पक्षों को समझा बुझाकर शांत कराया। इसके बाद जाम हटाया गया। गांव में तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

गोमती नगर थाने में रखा गया आरोपियों को

पीडि़त इंदल प्रसाद की तहरीर पर चिनहट पुलिस ने विजय बहादुर यादव, कल्लू, कन्हई, मनोज यादव, रघुनन्दन, स्वयंवर यादव, जगन्नाथ, लक्ष्मण, विनोद के खिलाफ केस दर्ज कराया है। पुलिस ने विजय बहादुर, कल्लू और कन्हई को गिरफ्तार कर लिया। उन्हें गोमती नगर थाने में रखा गया। विजय बहादुर की गिरफ्तारी की सूचना पाकर गोमती नगर थाने के आस-पास सैकड़ों समर्थकों की भीड़ दिन भर जमा रही।