लखनऊ (ब्यूरो)। अगर आप महिला है और आपको लंबे समय से पेट के फूलने की समस्या, कब्ज, खाना न हमज होना आदि की समस्या है, तो इसे नजरअंदाज न करें। यह लक्षण ओवेरियन कैंसर के हो सकते हैं । अमूमन ओवेरियन कैंसर का पता देर से चलता है। ऐसे में आपको तुरंत अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए, ताकि समय रहते जांच और ट्रीटमेंट हो सके।

कई कारणों से बढ़ रहे मामले

क्वीन मेरी की प्रो। पुष्पलता शंखवार के मुताबिक चूंकि ओवेरियन कैंसर के लक्षण देर से पता चलते हैं, पहले इसके मामले कम आते थे। बीते कुछ वर्षों में इसके मामलों में तेजी से इजाफा देखने को मिला है। इसकी बड़ी वजह खराब लाइफ स्टाइल, जंक व फास्ट फूड का सेवन, पॉल्यूशन, मोबाइल के अधिक इस्तेमाल की वजह से हार्मोनल इम्बैलेंस होना आदि हैं। यह कारक कैंसर जीन को बढ़ावा दे रहे हैं। इसके चलते मोटापा और अनियंत्रित महावारी की समस्या हो रही है। समय रहते इसको पहचानना बेहद जरूरी है।

ऊपरी परत का कैंसर अधिक

प्रो। पुष्पलता के मुताबिक इन वजहों से 15 साल की उम्र से ही ओवेरियन कैंसर देखने को मिल रहा है। ओपीडी में आने वाली महिलाओं में 15 से 60 वर्ष की उम्र की महिलाओं में यह समस्या मिल रही है। वहीं, 8 से 10 फीसद मरीजों की कैंसर के चलते सर्जरी करनी पड़ रही है। जिसमें ओवरी और गर्भाशय आदि को निकालना पड़ रहा है। वहीं, ओवरी की ऊपरी परत का कैंसर सर्वाधिक करीब 12 फीसद तक में देखने को मिल रहा है।

यह जांच जरूरी

अगर किसी महिला को लंबे समय से कब्ज या फिर पेट फूलने की समस्या है, तो तुरंत जांच कराएं। पेट और प्राइवेट पार्ट का अल्ट्रासाउंड करवाना चाहिए। ब्लड टेस्ट से भी इसकी जांच की जा सकती है। किसी की फैमिली में ओवेरियन कैंसर की हिस्ट्री है तो उनको सर्तक रहना चाहिए और समय-समय पर जांच करानी चाहिए।

मोबाइल भी बन रहा बड़ी वजह

मोबाइल और दूसरे गैजेट्स भी इस समस्या को बढ़ा रहे हैं, क्योंकि लोग अपना पूरा समय मोबाइल, टैब या फिर लैपटॉप पर बिता रहे हैं। जिससे लोग देर रात तक जाग रहे हैं । ऐसे में उनका बॉडी क्लॉक डिस्टर्ब हो रहा है और हार्मोनल इम्बैलेंस हो रहा है।

ऐसे करें बचाव

- हेल्दी लाइफस्टाइल

- पोषणयुक्त खानपान

- हरी सब्जियों को सेवन

- मोटा अनाज

- जल्दी सोना

- स्ट्रेस मैनेजमेंट

- योगा व प्राणायाम

- एक्सरसाइज करें

ओवेरियन कैंसर के मामले बीते कुछ वर्षों में लगातार बढ़ रहे हैं। यह कम उम्र के लोगों में भी देखने को मिल रहा है। ऐसे में हेल्दी लाइफस्टाइल रखना बेहद जरूरी है।

-प्रो। पुष्पलता शंखवार, क्वीन मेरी, केजीएमयू