126 राजधानी के निवासियों की अब तक मौत
86 पुरुषों की कोरोना से हुई मौत
40 महिलाओं की भी हो चुकी है मौत
80 फीसद मरीजों को थी किडनी या लिवर की प्रॉब्लम
- डॉक्टरों के अनुसार कोरोना के साथ दूसरी बीमारियां बन रही मौत का कारण
- किडनी और लिवर की प्रॉब्लम वालों के लिए कोरोना बन रहा है काल
LUCKNOW:
केस 1- खुर्रमनगर निवासी 82 वर्षीय महिला को कोरोना पॉजिटिव होने पर केजीएमयू में भर्ती किया गया। उन्हें फेफड़े और किडनी की बीमारी थी। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
केस 2 - आलमबाग निवासी 54 वर्षीय पुरुष को संक्रमित होने पर केजीएमयू में भर्ती किया गया। उन्हें शुगर, हाई बीपी और दिल की बीमारी थी। इलाज के दौरान कार्डियोपल्मोनरी अरेस्ट और रेस्पेरेटी फेल्योर होने से उनकी मौत हो गई।
राजधानी में कोरोना संक्रमण से होने वाली मौत का आकड़ा बढ़ता जा रहा है। हालांकि डॉक्टर्स का कहना है कि कोरोना से जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से अधिकतर में सांस, शुगर, हाइपरटेंशन, लिवर या किडनी की बीमारियां भी थीं। यही कारण है कि अधिकतर पेशेंट कार्डियोपल्मोनरी अरेस्ट और रिेस्पेरेटी फेल्योर के कारण मरे हैं।
80 फीसद को किडनी या लिवर की प्रॉब्लम
लोहिया संस्थान के प्रवक्ता डॉ। श्रीकेश सिंह ने बताया कि उनके यहां करीब 15 लोगों की कोरोना से मौत हुई है। इनमें से 80 फीसद लोगों को पहले से किडनी और लिवर की प्रॉब्लम थी। वहीं कुछ पेशेंट्स को शुगर, हाई बीपी, फेफड़े की भी बीमारियां थीं। यहां जितने भी मरीजों की मौत हुई है, वे सभी वेंटिलेटर पर थे। एक-दो पेशेंट की ही सिर्फ कोरोना से मौत हुई है।
डायबिटीज व मोटापा बना समस्या
केजीएमयू में कोविड ऑफिसर और मेडिसिन विभाग के एचओडी प्रो। वीरेंद्र आत्म के अनुसार कोरोना से ज्यादा मरीजों की मौत का कारण दूसरी बीमारियां हैं। जिसमें मोटापा, डायबिटीज, किडनी व लिवर और कैंसर एक बड़ी वजह है। ये बीमारियां मरीज के इम्युनिटी सिस्टम को काफी कमजोर कर देती हैं। अधिक उम्र अधिकतर कोरोना मरीज जिनकी मौत हुई है, उनमें से अधिकतर को दिल, दिमाग, शुगर या फेफड़े की बीमारियां थीं। वहीं कम उम्र वालों की मौतों में डायबिटीज, टीबी आदि की बीमारियां सामने आई हैं। इसका कारण यह है कि इन बीमारियों से इम्युनिटी सिस्टम बेहद कमजोर हो जाता है।
पुरुष ज्यादा बाहर निकलते हैं
प्रो। आत्म ने बताया कि ऐसा नहीं है कि कोरोना महिलाओं को कम और पुरुषों को ज्यादा हो रहा है। संक्रमण की दर दोनों में ही लगभग बराबर है। पुरुषों में संक्रमण की दर कुछ ज्यादा इसलिए हो सकती है कि वे महिलाओं की तुलना में ज्यादा घर से बाहर निकलते हैं। यह बताना अभी मुश्किल है कि महिलाओं और पुरुषों में किस बीमारी के कारण अधिक मौतें हो रही हैं। केजीएमयू में जितनी मौतें हुई हैं, उनमें से 65 फीसद पुरुष हैं और 35 फीसद महिलाएं।
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संक्रमण से कैसे बचें
- अपनी फिटनेस का पूरा ध्यान रखें
- बिना मास्क लगाए घर से न निकलें
- साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें
- कोई भी समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं
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कोरोना संग ये बीमारियां बनीं घातक
सीनियर सिटीजन- दिल, दिमाग, शुगर या फेफड़े की बीमारियां कोरोना के साथ बनीं मौत का कारण।
कम उम्र वालों में- डायबिटीज, टीबी, बीपी आदि की बीमारियां कोरोना के साथ बनीं मौत का कारण।
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कोरोना से होने वाली मौतों में डायबिटीज, मोटापा, दिल की बीमारी बड़ा कारण हैं। इन बीमारियों से इम्युनिटी सिस्टम बहुत कमजोर हो जाता है। ऐसे मरीजों को सतर्क रहने की जरूरत है।
प्रो। वीरेंद्र आत्म, कोविड ऑफिसर, केजीएमयू
हमारे यहां कोरोना से जितनी भी मौतें हुई हैं, उनमें से 80 फीसद मरीजों को लिवर या किडनी की गंभीर बीमारी थी। सिर्फ कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या बहुत कम है।
डॉ। श्रीकेश सिंह, प्रवक्ता, लोहिया संस्थान