लखनऊ (ब्यूरो)। कोरोना संक्रमण की पहली और दूसरी लहर के दौरान राजधानी में भारी तबाही देखने को मिली थी। हालांकि कोरोना की तीसरी लहर के दौरान अधिक नुकसान देखने को नहीं मिला था। अब एक बार फिर यहां कोरोना के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। अप्रैल माह के दौरान अब तक यहां 215 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। पॉजिटिविटी रेट भी बढ़कर दो प्रतिशत के करीब पहुंच गया है। ऐसे में लोगों को विशेष सतर्कता रखने की जरूरत है

52 कोरोना संक्रमित मिले

शुक्रवार को राजधानी में 52 कोरोना संक्रमित मिले हैं। वहीं 12 लोग कोरोना से ठीक हुए हैं। यहां एक्टिव केस बढ़कर 161 हो गए हैं। चिंता की बात यह है कि इस बार शहर के साथ-साथ ग्रामीण एरिया में भी कोरोना के मरीजों का मिलना शुरू हो गया है। शुक्रवार को ग्रामीण एरिया में 12 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। वहीं शहर में आलमबाग और एनके रोड में 8-8 संक्रमित, सिलवर जुबली में 7, चिनहट व इंदिरानगर में 4-4, अलीगंज, माल व रेडक्रास में 2-2 संक्रमित मिले हैं। वहीं, ऐशबाग, कैसरबाग और गुडंबा में एक-एक व्यक्ति में संक्रमण की पुष्टि हुई है।

80 फीसद में नहीं कोई लक्षण

जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ। निशांत निर्वाण के मुताबिक इस बार 80 प्रतिशत मरीजों में किसी तरह के लक्षण देखने को नहीं मिल रहे हैं। अधिकतर मरीजों की उम्र 60 वर्ष से अधिक है और मरीजों में महिला और पुरुषों की संख्या लगभग बराबर ही है। कोरोना से निपटने के लिए रैपिड रिस्पांस टीमों की संख्या 39 से बढ़ाकर 55 के करीब कर दी गई है। रोज दो हजार के करीब लोगों की कोविड जांच की जा रही है। जिसे बढ़ाने का निर्देश दिया गया है।

अस्पताल भी अलर्ट मोड पर

केजीएमयू और लोकबंधु अस्पताल में कोरोना मरीजों की भर्ती शुरू हो गई है। यहां ऐसे मरीजों के लिए 20-20 बेड रिजर्व कर दिए गए हैं और 50-50 बेड के वार्ड तैयार किए जा रहे हैं। पीजीआई में भी कोविड मरीजों की भर्ती की तैयारियां अंतिम दौर में हैं। केजीएमयू और पीजीआई में गंभीर मरीजों के लिए लेवल तीन का अस्पताल तैयार किया जा रहा है। पीजीआई में चार बेड बच्चों के लिए रिजर्व किए जाएंगे। वहीं लोकबंधु अस्पताल में 10 बेड की वेंटिलेटर यूनिट तैयार की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक 3872 बेड सरकारी व प्राइवेट मेडिकल संस्थानों में रिजर्व हैं।

ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था

डॉ। निशांत ने बताया कि अस्पतालों में ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था है। 28 ऑक्सीजन प्लांट चल रहे हैं और 1086 ऑक्सीजन सिलेंडर सरकारी अस्पतालों में हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से लेकर जिला स्तरीय अस्पताल व मेडिकल संस्थानों में ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था है। 10 और 11 अप्रैल को मॉक ड्रिल कर सारी तैयारियों को परखा जाएगा।

ये सावधानियां रखना जरूरी

- लोग मास्क पहनकर ही घर से बाहर निकलें

- भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें

- वैक्सीन की बूस्टर डोज जरूर लगवाएं

- हाथ को सेनेटाइज करते रहें

- कोविड के लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराएं

- बाहर की चीजों के सेवन से बचें

- बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें

तारीख मिले डिस्चार्ज

1 अप्रैल 11 4

2 अप्रैल 13 6

3 अप्रैल 13 4

4 अप्रैल 15 6

5 अप्रैल 24 8

6 अप्रैल 35 1

नोट - अप्रैल माह में बीते एक सप्ताह में मिले केस और डिस्चार्ज।

कोरोना को लेकर विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। टीमों से लेकर टेस्टिंग तक की संख्या बढ़ाई जा रही है। फिलहाल स्थिति पूरी तरह से कंट्रोल में है। लोग डरें नहीं, बस सतर्क रहें।

-डॉ। मनोज अग्रवाल, सीएमओ