- स्ट्रीट लाइट के लिए पांच करोड़ रुपए का बजट मंजूर

- फायर स्टेशन के लिए जमीन चिन्हित कर भेजा जाएगा प्रस्ताव

- बिजली समस्या से निपटने के लिए अलग से दिया जाएगा फीडर

LUCKNOW: जल्द ही चिनहट औद्योगिक क्षेत्र की सूरत बदलने जा रही है। डीएम राजशेखर ने थर्सडे को एरिया का निरीक्षण के बाद समस्याओं को खत्म करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। चिनहट में वर्तमान में बिजली की समस्या के लिए चार दिन में अलग से फीडर देने और रोड लाइटिंग के लिए पांच करोड़ का बजट दिया गया है। चिनहट के औद्योगिक एरिया में बिजली की सबसे ज्यादा डिमांड है।

स्ट्रीट लाइट के लिए पांच करोड़

ड्रनेज सिस्टम के लिए की मरम्मत करने के लिए सितंबर अंत तक समय दिया गया है। इसके अलावा भीतरी खराब सड़कों के रिपेयरिंग के काम यूपीएसआईडसी दिसंबर तक करेगा। डीएम ने समस्याओं के निस्तारण के लिए कमेटी गठित की है। इसमें एडीएम एफआर, डीसी इंडस्ट्री, अधिशासी अभियंता पीडब्लूडी व आईआईए में एक महीने में कार्य स्थल का निरीक्षण कर कार्य प्रगति की समीक्षा करेंगे। वहीं मेन सड़क पर स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए पांच करोड़ का बजट मंजूर किया गया है। यह काम एक अक्टूबर से शुरू कर दिया जाएगा। जबकि दिसंबर के अंत तक काम पूरा कर दिया जाएगा। पहले चरण के लिए 2.5 करोड़ की किश्त जारी कर दी गई है। वहीं दुर्घटनाग्रस्त क्षेत्र के लिए पीडब्लूडी को 38 लाख का प्रस्ताव भेजा गया है। इसमें ग्लो साइन बोर्ड व डिवाइडर, ग्लो स्टीकर्स और बोल्डर्स आदि के काम अक्टूबर से शुरू किए जाएंगे। खराब स्ट्रीट लाइटों को 15 सितंबर तक मरम्मत कराने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही चालीस सोडियम लाइट व दो हाई मास्ट तालकटोरा क्षेत्र में लगाने के लिए अवस्थापना निधि के लिए भेजे गए हैं।

फायर स्टेशन के लिए तैयार होगा प्रस्ताव

जरूरत के आधार पर इन क्षेत्र में फायर स्टेशन स्थापित किए जाएंगे। इसके लिए यूपीएसआईडीसी प्रस्ताव तैयार कर गृह विभाग को भेजेगा। सुरक्षा के लिए एएसपी ईस्ट को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। अगले महिने से उद्योग बंधु की बैठक होने के बाद पूरी टीम किसी एक क्षेत्र का निरीक्षण करने के साथ ही प्रगति की समीक्षा करेगी। डीएम ने राज्य औद्योगिक विकास निगम को निश्चित तारीख में क्षेत्र में विकास कराने के लिए निर्देशित किया है। इस दौरान डीएम ने त्रिवेणी अलमीरा व सिग्टफ ग्लास इंडस्ट्री का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान एडीएम, उपायुक्त उद्योग, यूपीएआईडीसी के अधिकारी सहित उद्यमी मौजूद थे।