लखनऊ (ब्यूरो)। पुस्तक मेले के मुख्य मंच पर सुबह कवि सम्मेलन व सम्मान समारोह हुआ। जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ गीतकार डॉ। अजय प्रसून ने की और मुख्य अतिथि के रूप में साहित्यकार कमलेश मौर्य मृदु, विशिष्ट अतिथि साहित्यकार निर्भय नारायण गुप्त व ज्ञान प्रकाश वर्मा मौजूद रहे। इस दौरान संयोजक विनोद कुमार द्विवेदी व संचालक मंजुल मिश्र मंजर रहे। कार्टूनिस्ट हरिमोहन बाजपेयी माधव चारु काव्य श्री सम्मान से सम्मानित किए गए।

शब्दों का देश का विमोचन

जब हिंदी पाठक कविता से दूर हो रहे हैं, तब यह आश्चर्यजनक है कि राकेश मिश्र के पिछले तीन वर्षों में चार संग्रह आ चुके हैं। इनकी कविताएं पाठकों को अपनी तरफ खींचने में सफल रही हैं। ये बातें शनिवार को लखनऊ बुक फेयर में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी राकेश मिश्र के काव्य संग्रह शब्दों का देश के लोकार्पण के दौरान कवि व लेखक डॉ। प्रकाश चंद्र गिरी ने कहीं।

कविताएं द्वैत से अद्वैत की ओर जाती हैं

लेखक डॉ। मधुसूदन उपाध्याय ने कहा कि इनकी कविताएं द्वैत से अद्वैत की ओर जाती हैं। उपन्यासकार बालेंदु द्विवेदी ने कविताओं में मानवीय मूल्यों की प्रतिष्ठा की सार्थकता पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे उपन्यासकार अखिलेश ने प्रशासनिक दायित्वों के निर्वहन के साथ ऐसी गंभीर और सार्थक कविताओं के लिए राकेश मिश्र की प्रशंसा की। वहीं राकेश मिश्र ने बताया कि कविताओं के माध्यम से आप समाज को संदेश देने का काम कर हैं।