लखनऊ (ब्यूरो)। अगर आप बेरोजगार हैं और जॉब तलाश रहे हैं तो सावधान रहें। साइबर ठग बड़ी कंपनियों में जॉब दिलाने के नाम पर बड़ा खेल कर रहे हैं। बीते चंद दिनों के दौरान राजधानी में ऐसे कई मामल सामने आए हैं, जिसमें बड़ी कंपनी का एचआर बनकर लोगों से ठगी की गई है। गोमती नगर निवासी मानसी वर्मा नौकरी की तलाश कर रही हैं। उन्होंने सनशाइन डॉट कॉम पर अपना बॉयोडाटा अपलोड किया था। एक दिन एक महिला ने उन्हें काल की और बताया वह ब्रिटानिया कंपनी में काम करती है। उसे सुपरवाइजर पद पर नियुक्त किया गया है। महिला ने मानसी से व्यक्तिगत और शैक्षिक जानकारी लेने के बाद पहले 469 रुपए और बाद में 28 हजार रुपए एक खाते में जमा करा लिए। इसके बाद उन्हें न तो नौकरी मिली और न जमा कराए गए पैसे वापस मिले।

एयरपोर्ट में जॉब के नाम पर ठगा

पीजीआई थाना क्षेत्र निवासी अनिरुद्ध पाल ने बताया कि बीएससी नर्सिंग करने के बाद वे जॉब तलाश रहे हैं। कई वेबसाइट पर उन्होंने अपना बायोडाटा अपलोड किया है। 30 अप्रैल को उनके पास काल आई और बताया गया कि उनका बायोडाटा चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट में नौकरी के लिए सेलेक्ट किया गया है। दो राउंड इंटरव्यू के लिए होंगे। इसके लिए उनसे 1100 रुपए ऑनलाइन जमा करा लिए गए।

ऑनलाइन इंटरव्यू भी हुआ

इसके बाद ऑनलाइन इंटरव्यू भी हुआ। बाद में काल कर बताया गया कि उनका सेलेक्शन हो गया है, 7500 रुपए सिक्योरिटी जमा करनी होगी। पैसा जमा करने के बाद उन्हें बताया गया कि अब एक खाता खुलवाएं और उसमें 11 हजार रुपए जमा करें। खाता खुलवाकर उसमें 11 हजार रुपए जमा करने के कुछ दिन बाद ही खाते से पैसे ठगों ने निकाल लिए।

क्या कहते हैं साइबर एक्सपर्ट

साइबर क्राइम सेल प्रभारी रणजीत राय के अनुसार बेरोजगारों के पास जब ठगों की काल आती है तो वे जॉब मिलने की बात सुनते ही उन पर यह सोचकर भरोसा कर लेते हैं कि कहीं मौका हाथ से न निकल जाए। वे नौकरी पाने के लिए उनके बताए खाते में या उनके अनुसार मिली जानकारी के अनुसार पैसा जमा करने से भी नहीं चूकते हैं। हमारी अपील है जॉब दिलाने की बात करने के लिए जब भी कोई काल आए तो उसे क्रास चेक जरूर करें। अगर कोई सिक्योरिटी मनी जमा करने को कहे तो विशेष रूप से उस संस्थान में पता करें, जहां से काल आई है।

बेरोजगार जॉब मिलने की बात सुनते ही ठगों पर भरोसा कर लेते हैं। वे उनकी बताई चीजों को क्रास चेक नहीं करते हैं, जिसका फायदा ठग उठाते हैं।

-रणजीत राय, साइबर क्राइम सेल प्रभारी