लखनऊ (ब्यूरो)। शहर के बीच मौजूद कैसरबाग बस अड्डे से हर दिन करीब दो हजार रोडवेज बसों का फेरा लगता है। इसके चलते कई बार पीक आवर में लोगों को जाम से जूझना पड़ता है। इसमें खासतौर पर कैसरबाग चौराहा, कचहरी, परिवर्तन चौक पर जाम लगता है। इससे निजात दिलाने के लिए लखनऊ पुलिस ने परिवहन विभाग को एक रिपोर्ट तैयार कर पत्र लिखा है। जिसमें पीक आवर में 70 रोडवेज बसों के रूट में परिवर्तन के लिए लिखा गया है। इससे न केवल जाम से निजात मिलेगा बल्कि ट्रैफिक भी स्मूथ हो जाएगा।

जाम लगने के कारण का कराया गया सर्वे

डीसीपी सेंट्रल व प्रवक्ता लखनऊ कमिश्नरेट अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि कैसरबाग एरिया में जाम लगने के कारण का एक सर्वे कराया गया। जिसमें सुबह 10 से 12 और शाम 5 से 7 के बीच वहां से गुजरने वाली रोजवेज बसों के चलते सबसे ज्यादा जाम लगने की बात सामने आई। बसों के चलते कई बार ट्रैफिक रुक जाता है, जिसका असर आगे के एरिया को भी प्रभावित करता है। इसके लिए सॉल्यूशन भी निकाला गया है।

ओडियन सिनेमा की तरफ से गुजरेंगी बसें

सर्वे में सामने आया कि करीब 70 रोडवेज बसें हैं, जिनके पीक आवर में निकलने के समय सबसे ज्यादा जाम लगता है। डीसीपी सेंट्रल ने बताया कि इन बसों को कचहरी चौराहा, परिवर्तन चौक की जगह कैसरबाग डिपो के सामने ओडियन सिनेमा रोड से निकाल कर सीधे बापू भवन चौराहे या बर्लिंगटन चौराहे पर निकाला जाए तो वे मेन रोड से शहर के बाहर जा सकेंगी और उससे लगने वाले जाम से भी निजात मिल सकेगी।

कैसरबाग में हर दिन दो हजार बसों का फेरा

कैसरबाग बस अड्डे से हर दिन करीब दो हजार बसों का फेरा लगता है। यहां से दो डिपो की बसों का संचालक किया जाता है। पहला कैसरबाग डिपो और दूसरा अवध डिपो का संचालक भी कैसरबाग बस अड्डे से किया जाता है। इसके अलावा दिल्ली, आगरा एक्सप्रेस रूट पर चलने वाले बसों के साथ पूर्वांचल की तरफ जाने वाली बसें भी इस अड्डे से होकर गुजरती हैं। यहां पर हर दिन 28 से 30 हजार पैसेंजर्स बसों में सफर करते हैं।

बस अड्डा शिफ्ट करने की चल रही कवायद

कैसरबाग बस अड्डे को शिफ्ट करने के लिए सालों से कवायद चल रही है, लेकिन आज तक उसका खाका तक नहीं खींचा जा सका है। विभागीय आदेश पर कैसरबाग बस अड्डे को जानकीपुरम में शिफ्ट किया जाना था, लेकिन यह काम पूरा नहीं हो सका। बस अड्डा शिफ्ट होने पर पूरे एरिया को जाम मुक्त करने में आसानी होगी।

ई-रिक्शा का जंजाल बना आफत

कैसरबाग एरिया में रोडवेज बसों के अलावा ई-रिक्शा का जंजाल भी जाम की बड़ी वजहों में शामिल है। डिपो के बाहर सवारियां भरने के लिए टैैंपो व ई-रिक्शा गेट के आस-पास अवैध रूप से स्टैैंड बना लेते हैं, जिससे बसों के निकलने के दौरान भी जाम का सामना करना पड़ता है। कचहरी, बलरामपुर अस्पताल की तरफ आने वाले लाखों लोग हर दिन जाम से जूझते हैं।

कैसरबाग डिपो से निकलने वाली बसों के चलते कचहरी, परिवर्तन चौक समेत कई इलाकों में जाम लगता है। जाम से निजात दिलाने के लिए परिवहन विभाग को पत्र लिखकर पीक आवर में बसों के रूट बदलने को कहा गया है।

-अपर्णा रजत कौशिक, डीसीपी सेंट्रल