लखनऊ (ब्यूरो)। बलरामपुर अस्पताल में एंबुलेंस में मरीज की मौत के मामले की जांच होगी। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने घटना को गंभीरता से लिया है। उन्होंने घटना का संज्ञान लेते हुए बलरामपुर अस्पताल के निदेशक को जांच के निर्देश दिए हैं। घटना के वक्त ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर व कर्मचारियों से जवाब-तलब किया है। दो दिन में जांच पूरी कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं। वहीं, अस्पताल प्रशासन द्वारा चार सदस्यीय जांच कमेटी का गठन कर दिया गया है।

नहीं मिला था इलाज

निगोहां में रहने वाले 60 वर्षीय जयराम हमले में जख्मी हो गए थे। परिजन मरीज को लेकर रायबरेली रोड स्थित पीजीआई एपैक्स ट्रॉमा सेंटर ले गए थे। डॉक्टरों ने मरीज को देखा। प्राथमिक इलाज के तहत नाक में नली डाल दी और मरीज को केजीएमयू ले जाने की सलाह दी थी। परिजन निजी एंबुलेंस से मरीज को लेकर बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंचे गए थे। आरोप है कि यहां डॉक्टर ने मरीज को भर्ती करने के बजाए रेफरल पेपर मांगा। परिजन कागज में उलझ गये। करीब आधे घंटे तक मरीज भीषण गर्मी में एंबुलेंस में लेटा रहा। ऑक्सीजन सपोर्ट के बावजूद रोगी को सांस लेने में तकलीफ बढ़ती जा रही थी। परिजन रोगी को लेकर ट्रॉमा सेंटर जा रहे थे, पर रास्ते में रोगी की मृत्यु हो गई थी।

लापरवाह बख्शे नहीं जाएंगे

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का कहना है कि घटना बेहद संवेदनशील है। डॉक्टर-कर्मचारियों ने घोर लापरवाही बरती है। अस्पताल के निदेशक को पूरे प्रकरण की जांच कराने के निर्देश दिये गये हैं। यदि जांच में इमरजेंसी में ड्यूटी कर रहे डॉक्टर और कर्मचारियों की लापरवाही उजागर होती है तो कठोर कार्रवाई की जायेगी। यदि कार्रवाई शासन स्तर से होनी है तो उसका प्रस्ताव भेजें। मरीजों के इलाज में लापरवाही किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं की जायेगी।

सरकार की छवि धूमिल करने वाले नपेंगे

डिप्टी सीएम ने स्पष्ट किया कि सरकार लगातार स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिए कदम उठा रही है। सरकार की छवि खराब करने वाले डॉक्टर व कर्मचारी व अन्य अधिकारियों को किसी भी दशा में बख्शा नहीं जायेगा। कठोर कार्रवाई की जाएगी।

चार सदस्यीय टीम गठित

वहीं, अस्पताल के सीएमएस डॉ। जीपी गुप्ता ने बताया कि मामले को लेकर चार सदस्यीय जांच टीम का गठन कर दिया गया है। जिसमें निदेशक, सीएमएस समेत डॉ। समद्दर और डॉ। उस्मानी को शामिल किया गया है। कमेटी ने जांच शुरू कर दी है, जिसकी रिपोर्ट शासन को जल्द सौंप दी जायेगी।