लखनऊ (ब्यूरो)। राजनी-टी में रोजगार को सबसे बड़ा मुद्दा मानते हुए युवाओं ने कहा कि मौजूदा सरकार ने जो प्रयास किए हैं, वह आगे भी जारी रहने चाहिए। रोजगार उपलब्ध कराने की बात अगर चुनावी मुद्दा बनता है तो सभी राजनीतिक दलों को इस पर एक व्हाइट पेपर जारी करना चाहिए। तभी युवा आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी पसंद की पार्टी के समर्थन में वोट कर पाएंगे। चर्चा की शुरुआत करते हुए आशुतोष सिंह ने कहा कि हर राज्य में बेरोजगारी की समस्या से जुड़े कई पहलू भी हैं। जैसे प्रदेश में कोई प्रतियोगी परीक्षा की बात आती है, युवा सबसे पहले यही सोचते हंै कहीं पेपर लीक न हो जाए। वहीं मनीष पांडेय ने कहा कि रोजगार का मुद्दा इतना अहम है कि इसी बिना पर सरकार की वापसी भी हो सकती है और इसी आधार पर लोग नए दल को अपना समर्थन भी दे सकते हैं। जो भी पार्टी सत्ता में आए, उसका एजेंडा स्पष्ट होना चाहिए कथनी और करनी में अंतर नहीं होना चाहिए।

मौजूदा सरकार ने रोजगार के क्षेत्र में काम किया

शिक्षा, बेरोजगारी और गरीबी यह तीनों आसपास में जुड़े हैं। कहीं भी चले जाएं, बेरोजगारों की फौज नजर आ जाएगी। इसके लिए किसी पर दोष देना उचित नहीं है। लेकिन, पहली जिम्मेवारी सत्ताधारी पार्टी की बनती है कि वह इस उधेड़बुन से युवाओं को बाहर निकाले। पढ़ाई के बाद भी युवाओं को काम नहीं मिलना एक बड़ा चुनावी मुद्दा है। हां, जो साक्षर नहीं हैं, उनके रोजगार का मसला अलग है। लेकिन जिन्हें सरकार स्किल्ड कर रही है, उन्हें भी अपने हुनर से रोजगार न मिले, तो सवाल उठना लाजमी है। मौजूदा सरकार ने बेशक कई काम ऐसे किए हैं, जिनके आधार पर वह जनता से दोबारा समर्थन मांग सकती है। लेकिन, देश के युवाओं के अहम सवालों को देखा जाए तो अभी उन मसलों पर बहुत काम होना बाकी है।

क्या होगा चुनावी मुद्दा

नेता वही जो अपनी कही बातों को पूरा करें

राजनी-टी की चर्चा के दौरान युवाओं ने कहा कि चुनाव में उन्हें ही नेता चुना जाएगा, जिन पर यह विश्वास हो कि वह जो कह रहे हैं उसे पूरा करेंगे। ना कि वह वोट लेने के बाद अपनी कहीं हुई बातों को भुल जाएं। अब युवा अपने मुद्दों को लेकर पहले से काफी सजग हो गया है। इसलिए जरूरी है कि अब नेता भी पहले से ज्यादा सजग हो जाएं।

विचारधारा से ज्यादा विकास मायने

युवाओं ने कहा कि आज कुछ ही लोग विचारधारा को लेकर चलते हैं। बीते तीन चुनावों में यूपी में लोगों ने विकास को लेकर वोट किया है। जो भी पार्टी विकास की बात करेगी उसे ही सबसे ज्यादा वोट मिलेगा।

सरकार को शिक्षा और रोजगार पर काम करे

आने वाली सरकार को सबसे पहले अच्छी शिक्षा और शिक्षा पूरा करने वाले युवाओं को रोजगार के मुद्दे पर कामों को पहले करना चाहिए। अगर युवा पीढ़ी का भविष्य सुरक्षित होगा तो देश खुद ब खुद सुरक्षित हाथों में होगा। आज देश के सामने बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है मगर सरकारें इसे चुनौती नहीं मान रही हैं।

महिला सुरक्षा पर काम करने की जरूरत

आज हर पार्टी अपने चुनावी घोषणापत्र में महिला सुरक्षा को लेकर बात कहती है। बीते कुछ सालों में इसमें काम भी हुआ है। यह इतना काफी नहीं है कि यह कहा जा सके कि प्रदेश में महिलाएं काफी सुरक्षित है। इसलिए आने वाली सरकार को इस क्षेत्र में काफी कुछ करने की जरूरत है ताकि प्रदेश महिलाओं के साथ होने वाले अपराध के मामलों में कमी ला सके।

कुछ हद तक धार्मिक मुद्दोंं पर वोट होता है

चर्चा के दौरान युवाओं ने कहा कि वोट के दौरान धार्मिक मुद्दे वोटरों को जरूर प्रभावित करते हैं, आगे भी करेंगे। इस पर पार्टियों को तय करना होगा कि वह वोट लेने के लिए धार्मिक विषयोंं का कितना प्रयोग करती हैं। वहीं कैंडीडेट्स लेवल पर भी धार्मिक और जाति आधारित वोट होता है।

बेशक रोजगार इस बार भी एक बड़ा मुद्दा होगा। युवाओं में इस बात को लेकर बेचैनी है कि उन्हें अच्छी खासी ट्रेनिंग देकर जब स्किल्ड बनाया जा रहा है तो उन्हें अच्छी नौकरी क्यों नहीं मिल रही है।

मनीष पांडेय

हमें उसी पार्टी को वोट करना चाहिए, जो प्रोग्रेसिव हो और युवाओं में वैज्ञानिक सोच भरे न कि किसी ऐसे मुद्दे पर लोगों को उलझाए रखे, जिससे आम आदमी का कोई भला नहीं होने वाला है। हमें तो रोजगार ही चाहिए।

अवकाश सिंह

देश में दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने की बात कही गई थी इस बार भी कई पार्टियां इसी तरह की घोषणाएं की जाएंगी। देखना यह होगा कि इस तरह की घोषणा किस हद तक ईमानदार है। क्या यह वोट के लिए तो नहीं किया जा रहा है।

आशुतोष सिंह

हमारे यहां आरक्षण व्यवस्था के कारण अच्छे-खासे पढ़े-लिखे और दक्ष लोगों को रोजगार नहीं मिल पाता है। ऐसे में रोजगार में सभी को पर्याप्त और बेहतर अवसर कैसे दिया जाए इस पर आने वाली सरकारों को सोचना चाहिए।

अखिलेश प्रताप सिंह

पढ़ाई के बाद बेरोजगार होकर बैठना कठिन होता है। इस बार जिस पार्टी की भी सरकार आएगी, उसे चुनने में युवा एक अहम भूमिका अदा करेंगे। यही वजह है कि युवाओं को अपने मुद्दे के आधार पर वोट करना होगा।

अतुल यादव

युवाओं को नौकरी देना सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए। इस बार के लोकसभा चुनाव में मेरा वोट उसी दल को जाएगा, जो युवाओं के बारे में न केवल बात करेगा, बल्कि उनकी सबसे बड़ी समस्या का समाधान लेकर आएगा।

आकाश मिश्रा

हर बार की तरह इस बार भी चुनाव में युवाओं का मुद्दा पीछे रहेगा। यह होना नहीं चाहिए, हम सरकार को चुनकर इसलिए सत्तासीन करते हैं, ताकि वह आम आदमी के एजेंडे पर काम करे, न कि सत्ता में बने रहने के एजेंडे पर।

सत्यम यादव

युवाओं के सामने इस समय बेरोजगारी का मसला सबसे बड़ा है, फिर भी उन्हें भावनात्मक मुद्दों के आधार पर बांट कर वोट बटोरने की कोशिश की जाती है। इसे खत्म करना है तो युवाओं को अपनी सोच को भी बदलना होगा।

आलोक सिंह

काम मिलना तो ठीक है, लेकिन काम की क्वॉलिटी भी होनी चाहिए। एक इंजीनियर की योग्यता रखने वाले युवा को फोर्थ ग्रेड की नौकरी दी जाएगी तो उसका आउटपुट क्या होगा। इसे समझना होगा, तभी हम अपने भविष्य को बेहतर बना सकेंगे।

उत्कर्ष सिंह