लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी स्थित ठाकुरगंज संयुक्त अस्पताल में शनिवार को डीजी हेल्थ डॉ। दीपा त्यागी ने छापा मारा। इस दौरान वहां की बदहाल व्यवस्था देखकर वह हैरान रह गईं। आलम यह था कि मौके से खुद सीएमएस गायब थीं, जबकि डॉक्टर इमरजेंसी की जगह ओपीडी में बैठे मिले। लापरवाही का यह आलम है कि बीते छह माह में शाम को महज दो ही सिजेरियन हुए। बदहाल व्यवस्था को देखकर डीजी हेल्थ का पारा चढ़ गया। उन्होंने सीएमएस को नोटिस जारी करते हुए जवाब तलब कर लिया है।

मौके से सीएमएस गायब मिलीं

राजधानी के सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था बेहद खराब चल रही है, जिससे मरीजों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। इसे लेकर डीजी हेल्थ डॉ। दीपा त्यागी द्वारा अस्पतालों में छापा मारा जा रहा है। वह शनिवार दोपहर 12 बजे अचानक ठाकुरगंज अस्पताल पहुंच गईं, जहां मौके से उन्हें सीएमएस गायब मिलीं। इसके बाद वह इमरजेंसी देखने पहुंचीं। वहां पर कोई डॉक्टर बैठा नहीं मिला। इतना ही नहीं, बैठने के लिए वहां कोई चेयर तक नहीं थी। इसके अलावा, वहां पर फार्मासिस्ट, नर्सेज, डॉक्टर व क्लास फोर्थ कर्मचारियों का कोई ड्यूटी चार्ट तक नहीं था। यानि किसी को कोई जानकारी ही नहीं थी कि किसकी ड्यूटी लगाई जा रही है। इसी दौरान एक डॉक्टर आया और बताया कि ड्यूटी तो इमरजेंसी में है, लेकिन ओपीडी में काम कर रहा था। इसके बाद डीजी हेल्थ पोस्ट नेटल वार्ड में गईं, जहां पाया कि यहां 6 डॉक्टर हैं, लेकिन केवल दो ही मरीज भर्ती थे।

जनरल वार्ड में मनोरोगी भर्ती

डीजी हेल्थ इसके बाद जनरल वार्ड देखने पहुंचीं। जहां में उन्हें पता चला कि यहां मनोचिकित्सक द्वारा मरीज भर्ती किये गये थे। जिसपर उन्होंने सख्त नाराजगी जाहिर की। इसके बाद उन्होंने रजिस्ट्रेशन एरिया में कोई पंखा न होने पर सख्त नाराजगी जाहिर की और व्यवस्था दुरुस्त करने का आदेश दिया। इस दौरान उन्होंने मरीजों से भी अस्पताल की व्यवस्था को लेकर जानकारी हासिल की। जहां मरीजों ने आर्थोपेडिक डॉक्टर की जरूरत बताई।

शाम को महज दो ही सिजेरियन

अस्पताल में प्रसव की भी सुविधा है। पर आलम यह है कि यहां पर सिजेरियन करने में भी डॉक्टर आनाकानी करते हैं। हालत यह है कि 3 बजे के बाद कोई भी सिजेरियन नहीं होता है। इसपर डीजी हेल्थ ने जब ओटी चार्ज देखा तो जनवरी से अबतक शाम 6 बजे के बाद महज 2 ही सिजेरियन मिले। जिसपर उनको बड़ी हैरानी हुई। इतना ही नहीं, कैंपस में महज एक लेडी डॉक्टर रहती हैं, बाकि सभी बाहर रहती हैं। ऑन कॉल कौन कितना आता है यह भी बड़ा सवाल है। ऐसे में मरीजों की परेशानी को आसानी से समझा जा सकता है।

अस्पताल में तमाम तरह की बड़ी खामियां मिली हैं। सीएमएस खुद मौके से गायब मिली हैं। उनको नोटिस जारी करते हुए जवाब मांगा गया है। उसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी।

-डॉ। दीपा त्यागी, डीजी हेल्थ