लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी के विकासखंड चिनहट के तहत ग्राम नरेंडी में डायरिया का प्रकोप फैल गया है। सूचना मिलने पर डीएम और सीएमओ समेत अन्य अधिकारियों ने इलाके का दौरा किया और लोगों का हालचाल जाना। इस दौरान डीएम के निर्देशन पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा मौके पर कैंप लगाकर लोगों की जांच की गई।

एक बुुजुर्ग महिला की हुई मौत

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार फूड प्वाइजनिंग के रोगियों की सूचना मिलने पर सीएचसी चिनहट की टीम ने ग्राम नरेंडी का भ्रमण किया गया। भ्रमण के दौरान क्षेत्रवासियों द्वारा अवगत कराया गया कि 7 अक्टूबर को एक प्रीतिभोज कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जिसमें सम्मिलित कई लोग फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए थे। जिसमें से तीन रोगी हिंद मेडिकल कॉलेज बाराबंकी और एक रोगी मेयो मेडिकल कॉलेज बाराबंकी में भर्ती है। वहीं, क्षेत्र में 1 बुजुर्ग महिला की भी मृत्यु की सूचना प्राप्त हुई है। महिला ब्लड प्रेशर का शिकार थी और उसके पैर में भी फ्रैक्चर था।

उल्टी और दस्त की शिकायत

यह महिला भी प्रीतिभोज कार्यक्रम में सम्मिलित हुई थीं। इन्हें भी 8 अक्टूबर को उल्टी दस्त तथा पेट दर्द की शिकायत हुई थी। परिजनों द्वारा प्राइवेट चिकित्सक को दिखाया गया था। बताया गया कि 8 अक्टूबर की रात में चक्कर आने पर बेहोश होकर गिरने पर सिर में चोट आई। उसके उपरांत उनकी मृत्यु हो गयी।

डीएम पहुंचे मौके पर

चिनहट स्थित ग्राम नरेंडी में डायरिया की सूचना मिलने पर डीएम सूर्य पाल गंगवार भी मौके पर पहुंचे। वहां पहुंचकर उन्होनें मरीजों व उनके परिजनों से मिलकर हालचाल लिया और पानी को उबाल कर पीने का सुझाव दिया। ग्राम के सभी हैंडपंप व सबमर्सिबल का टीडीएस स्तर चेक कराने के निर्देश दिए। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग को ग्राम में मेडिकल कैम्प स्थापित करने के निर्देश दिए। जिसके बाद वहां पर कैंप लगाया गया। पूरे क्षेत्र में ग्राम पंचायत द्वारा विशेष सफाई अभियान चलाने के निर्देश दिया। साथ ही ओआरएस, क्लोरीन की टेबलेट और विटामिन सी का प्रतिदिन वितरण सुनिश्चित कराने का निर्देश भी दिया।

टीम ने किया दौरा

सूचना मिलने पर सीएमओ डॉ। मनोज अग्रवाल, डिप्टी सीएमओ डॉ। मिलिंद वर्धन और डॉ। एपी सिंह समेत डॉ। अतुल वर्मा अधीक्षक सीएचसी चिनहट समेत अन्य डॉक्टर मौके पर पहुंचे। टीम द्वारा प्रीतिभोज में शामिल एवं आसपास के घरों का भ्रमण किया गया। तथा 22 साधारण रोगियों को दवायें वितरित की गई। टीम द्वारा क्षेत्र में 1000 क्लोरीन की गोलियों एवं 200 ओआरएस पैकेट का वितरण किया गया तथा स्वास्थ्य शिक्षा भी प्रदान की गई। अधीक्षक को क्षेत्र में चिकित्सा कैंप लगाकर निगरानी रखने के लिए निर्देशित कर दिया गया है।