लखनऊ (ब्यूरो)। बढ़ती जनसंख्या और प्रदूषण को देखते हुए राजधानी में ई-रिक्शा संचालन की मंजूरी उन रूटों पर दी गई थी, जहां परिवहन के साधन कम थे। धीरे-धीरे ई-रिक्शा उन एरिया से निकलकर मुख्य मार्गों तक ही नहीं, हाईवे पर भी रफ्तार भरने लगे। जिसके चलते इन मार्गों पर ट्रैफिक लोड बढ़ गया और ई-रिक्शा के कारण हादसे भी होने लगे।

25 रूट निर्धारित हैं

राजधानी में ई-रिक्शा का संचालन 2016 से शुरू हुआ और छह साल के अंदर राजधानी की हर गली और चौराहे पर ई-रिक्शा का एक तरह से कब्जा हो गया। जब शुरुआत में ई-रिक्शा का संचालन शुरू हुआ था तो इन्हें लिंक रूट पर ही चलने की मंजूरी दी गई थी। इनके लिए 25 रूट निर्धारित किए गए थे लेकिन सरकार ने इन्हें परमिट मुक्त कर दिया। ऐसा होते ही राजधानी में ई-रिक्शा की संख्या तेजी से बढऩे लगी। इसे देखकर शहर के कई रूट पर इन्हें प्रतिबंधित कर दिया गया। शुरुआत में कुछ दिनों तक तो इन रूट पर चलने वाले ई-रिक्शा पर एक्शन लिया गया लेकिन इसके बाद कोई कार्रवाई नहीं की गई। जिसके चलते आज आपको हर जगह ई-रिक्शा रफ्तार भरते नजर आ रहे हैं।

जाम लगने का सबसे बड़ा कारण

सुबह 9 से 11 और शाम 4 से 7 बजे के बीच राजधानी के सभी प्रमुख चौराहों और मार्गों पर लोगों को जाम की समस्या का सामना करना पड़ता है। जिसका सबसे बड़ा कारण ई-रिक्शा ही हैं। वहीं चारबाग रेलवे और बस स्टेशन, आलमबाग बस स्टेशन, कैसरबाग बस अड्डे के सामने तो ई-रिक्शा के चलते सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक जाम की समस्या का सामना करना पड़ता है। यही नहीं कई ई-रिक्शा की कमान नाबालिगों के हाथों में है, जिससे हादसे होने का भी डर रहता है।

इन रूटों पर प्रतिबंधित हैं ई-रिक्शा

- अमौसी से बारा बिरवा

- हजरतगंज से बर्लिगटन चौराहा बाया रॉयल होटल

- बंदरियाबाग चौराहा से पॉलीटेक्निक चौराहा

- बंदरियाबाग चौराहा से हजरतगंज चौराहा

- हजरतगंज चौराहा से सिकंदरबाग चौराहा

- कमता पथ तिराहा से शहीद पथ मोड़ कानपुर रोड शहीद पथ तक

- हजरतगंज मेफेयर परिवर्तन चौक सुभाष मार्ग

- अहिमामऊ से अर्जुनगंज बाजार से रजमन चौकी

- कटाई पुल से लाल बत्ती चौराहा

- पिकअप पुल ढाल से आईजीपी विजयीपुर अंडरपास

- आईजीपी से गोमती नगर रेलवे स्टेशन तिरहा

- हजरतगंज से परिवर्तन चौक बाया बाल्मीकि तिराहा

- प्रेस क्लब, हिंदी संस्थान से केडी सिंह बाबू स्टेडियम

सड़क सुरक्षा अभियान के तहत अवैध रूप से चल रही गाडिय़ों पर एक्शन लिया जा रहा है। जल्द ही प्रतिबंधित रूट पर चल रहे सभी ई-रिक्शा को वहां से हटाया जाएगा।

-संदीप पंकज, आरटीओ प्रवर्तन