लखनऊ (ब्यूरो)। चीफ मेडिकल ऑफिसर (सीएमओ) कार्यालय में मंगलवार को तकनीकी खराबी की वजह से करीब आठ घंटे बिजली गुल रही, जिसके चलते कई जरूरी कामकाज ठप रहे और दूर-दराज से आये लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। सुबह करीब सात बजे गई बिजली जब दोपहर करीब तीन बजे के बाद बहाल हुई, तो अधिकारियों ने राहत की सांस ली।

लोगों को हुई परेशानी

सीएमओ कार्यालय में मेडिकल बोर्ड से लेकर चिकित्सा प्रतिपूर्ति, प्राइवेट नर्सिंग के रजिस्ट्रेशन, रिनुअल समेत दूसरे अन्य काम होते हैं। इसके अलावा, लखनऊ की नेशनल हेल्थ मिशन, एनएचएम से जुड़ी योजनाओं का संचालन भी यहीं से होता है। साथ ही, बड़ी संख्या में यहां लोग अपना काम करवाने के लिए आते हैं, पर मंगलवार को यहां की बिजली गुल हो गई। वहीं, बैटरी बैकअप ने भी कुछ समय के बाद जवाब दे दिया, जिसके चलते कम्प्यूटर का संचालन न होने के कारण न तो ईमेल आए और न ही जरूरी निर्देश अस्पतालों को भेजे जा सके। पूरा आफिस शाम तीन बजे तक घुप अंधेरे में था। दूर-दराज से सर्दी में आने वालों को मायूस लौटना पड़ा। जनरेटर कनेक्शन में दिक्कत होने से समस्या और भी गंभीर हो गई। अधिकारियों ने समस्या दूर करने के लिए बिजली मैकेनिक को सूचना दी। दोपहर बाद करीब तीन बजे बिजली बहाल होने के बाद अधिकारियों और कर्मचारियों ने राहत की सांस ली। बिजली आने के बाद जरूरी कामकाज निपटाए गए। सीएमओ डॉ। मनोज अग्रवाल के मुताबिक, तकनीकि कारणों से बिजली की समस्या हुई, जिसे दुरुस्त करा लिया गया।

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लोहिया संस्थान में लिफ्ट हुई बंद, लोग फंसे

लोहिया संस्थान के हॉस्पिटल ब्लाक में मंगलवार शाम अचानक लिफ्ट के बंद होने से हड़कंप मच गया, क्योंकि इस दौरान लिफ्ट में अधिकारी समेत अन्य लोग मौजूद थे। लिफ्ट जब पांचवे तल पर जा रही थी, तो अचानक बंद हो गई और इसमें मौजूद लोग चिल्लाने लगे। उन्होंने इमरजेंसी अलार्म भी बजा दिया। अलार्म सुनते ही कर्मचारी मौके पर पहुंचे और तुरंत लिफ्ट खोली। तब जाकर लिफ्ट में फंसे लोगों की जान में जान आई। वहीं, अधिकारियों ने तत्काल लिफ्ट दुरुस्त कराने के निर्देश दिए।