लखनऊ (ब्यूरो)। आपके इलाके में बिजली कब आएगी और कब जाएगी, मेंटीनेंस के लिए कितनी देर शटडाउन लिया जाएगा, बिजली बिल कब जमा करना है समेत कई जानकारी आपको अब आपके मोबाइल नंबर या वाट्सएप नंबर पर ही मिल जाएगी। इसकी वजह यह है कि केवाईसी के माध्यम से राजधानी लखनऊ में ट्रांस और सिस गोमती एरिया मिलाकर करीब 11.50 लाख बिजली उपभोक्ताओं के मोबाइल नंबर और वाट्सएप नंबर अपडेट कर लिए गए हैैं। वहीं, पूरे प्रदेश में ऐसे उपभोक्ताओं की संख्या तीन करोड़ के आसपास है।

पहला राज्य बना यूपी

यूपी में सभी बिजली कंपनियों में कुल लगभग 3 करोड़ 33 लाख 27 हजार 448 बिजली उपभोक्ता हैं, जिसमें से 3 करोड़ 15 लाख 60 हजार 728 उपभोक्ताओं के केवाईसी के तहत मोबाइल नंबर बिजली कंपनियों के सर्वर पर अपडेट हो गए हैं। लगभग 2 करोड़ सात लाख वाट्सएप नंबर और लगभग 17 लाख 38 हजार ईमेल भी बिजली कंपनियों ने अपडेट किए हैैं। इस डाटा कलेक्शन के बाद प्रदेश का बिजली विभाग, देश का पहला ऐसा विभाग बन गया है, जिसके पास इतना डाटा मौजूद है।

प्रदेश का डाटा नंबर गेम

03 करोड़ 33 लाख कुल उपभोक्ता प्रदेश में

03 करोड़ 15 लाख मोबाइल नंबर अपडेट

95 फीसदी डाटा अपडेट किया गया

लेसा एरिया का डाटा

04 लाख 19 हजार मोबाइल नंबर अपडेट ट्रांसगोमती में

07 लाख 33 हजार मोबाइल नंबर अपडेट सिसगोमती में

11 लाख से अधिक उपभोक्ता लेसा एरिया में

उपभोक्ताओं का डाटा सेफ रहे

उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि अब लगभग प्रदेश के 95 प्रतिशत बिजली उपभोक्ताओं की केवाईसी अपडेट हो गई है। उपभोक्ता परिषद प्रदेश के उपभोक्ताओं के व्यापक हित में बिजली कंपनियों से मांग करता है कि सभी उपभोक्ताओं के डाटा को हर हाल में सुरक्षित रखा जाए क्योंकि बड़े पैमाने पर डाटा को खरीदने व चुराने के लिए कई कंपनियां अभी से ही प्रयास करने लगेंगी। उपभोक्ता परिषद अध्यक्ष ने पावर कॉरपोरेशन से यह भी मांग उठाई की वर्तमान में जो 1912 पर आने वाली शिकायतों को बिना निस्तारित किए ही उपभोक्ताओं को मैसेज भेज दिया जाता है, अब इस व्यवस्था में सुधार लाया जाए।

ओटीपी जारी हो

सभी बिजली उपभोक्ता जो अपने रजिस्टर्ड मोबाइल से कोई भी समस्या 1912 पर दर्ज कराएं, उस पर ऐसी व्यवस्था कराई जाए कि जब 1912 पर शिकायत दर्ज करने के बाद उपभोक्ता की शिकायत निस्तारित हो जाए तो उपभोक्ता के रजिस्टर्ड नंबर पर एक ओटीपी जारी हो और उस ओटीपी को जब बिजली उपभोक्ता संबंधित जिम्मेदार अधिकारी को बताए, तभी शिकायत का सही निस्तारण माना जाए। उपभोक्ता परिषद अध्यक्ष का यह भी कहना है कि मोबाइल नंबर अपडेट होने से एक फायदा यह भी है कि अगर किसी उपभोक्ता की कंपलेन तुरंत निस्तारित नहीं होती है तो नियमानुसार उसे मुआवजा राशि दिलाई जा सकेगी।

उपभोक्ताओं को मिलेगी राहत

1-बिजली मेंटीनेंस की जानकारी

2-बिलिंग की डेट

3-शटडाउन संबंधी जानकारी

4-नई योजनाओं का अपडेट

अभी प्रॉपर जानकारी नहीं

अभी तक ज्यादातर उपभोक्ताओं को कोई अपडेट नहीं मिल पाता था। इसकी वजह से उपभोक्ताओं को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। बिजली जाने पर जब उपभोक्ता संबंधित सबस्टेशन में फोन करते थे, तो उन्हें सटीक जवाब नहीं मिलता था। अब इस व्यवस्था के लागू होने के बाद उपभोक्ताओं को हर जानकारी उनके मोबाइल नंबर या वाट्सएप नंबर पर मिल जाएगी, जिससे उन्हें खासी सुविधा होगी।