लखनऊ (ब्यूरो)। कैंट के निलमथा में हुई रेलवे ठेकेदार की हत्या के केस में पुलिस खुलासे के करीब है। पुलिस का दावा है कि उन्होंने पुलिस की वर्दी में हत्याकांड को अंजाम देने वाले तीनों शूटर्स को दबोच लिया है। उन्हें बिहार के सीवान जिले से पकड़ा गया है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही इस मर्डर केस का मास्टर माइंड फिरदौस भी गिरफ्त मेंं होगा। हिरासत में लिए गए तीनों शूटर्स इंजीनियरिंग व हाफिज की पढ़़ाई कर रहे हैं। इन्होंने फिरदौस के इशारे पर हत्या की है।

बिहार में पकड़े गए

लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच टीम ने शनिवार को बिहार के सीवान के बड़हरिया थाना क्षेत्र के अठखंबा गांव से मंजर इकबाल, कासिफ कसान और सरफराज अहमद को पकड़ा है। संडे सुबह इन्हें राजधानी भी ले आया गया है। पुलिस के एक अधिकारी का दावा है कि तीन टीमें बिहार में फिरदौस, प्रियंका और बिट्टू की तलाश में मौजूद थीं। सर्विलांस और सीसीटीवी की मदद से तीनों संदिग्ध शूटर्स को पकड़ा गया है।

दो कर रहे हाफिज की पढ़ाई

जिन तीन संदिग्ध शूटर्स को पकड़ा गया है, उसमें मंजर इकबाल नोएडा से बीटेक कर रहा है। वह कुछ दिनों से सीवान में था। वहीं कासिफ कसान और सरफराज अहमद सगे भाई हैं और अलीगढ़ में हाफिज की पढ़ाई कर रहे थे। दोनों कोरोना काल के बाद से गांव में पिता की दुकान में बैठ रहे थे।

नेपाल भागने के फिराक में फिरदौस

वहीं वीरेंद्र की हत्या का मुख्य साजिशकर्ता फिरदौस पुलिस के राडार पर आ चुका है और उसे भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। सूत्रों की माने तो वह नेपाल भागने की फिराक में है।

सनसनीखेज तरीके हुआ था कत्ल

25 जून को निलमथा में बिहार के अपराधी व दिव्यांग वीरेंद्र उर्फ गोरख ठाकुर की चार शूटरों ने घर में घुसकर हत्या कर दी थी। हत्या से पहले हमलावरों ने गोरख की पत्नी और बच्चों को एक कमरे में बंद कर दिया था। गोरख की दूसरी पत्नी खुशबुन तारा ने पहली पत्नी प्रियंका, बिट्टू जायसवाल और फिरदौस के खिलाफ केस दर्ज कराया था। चार हत्यारों में से दो हत्यारे बिहार पुलिस की वर्दी में थे।

हत्यारोपी फिरदौस से पकड़े गए तीनों संदिग्धों की लंबी बात-चीत के आधार हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। अभी पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है कि इन्हीं तीनों ने ठेकेदार को गोली मारी है या नहीं। इसकी जांच की जा रही है।

-अली अब्बास, एडीसीपी पूर्वी