लखनऊ (ब्यूरो)। ठाकुरगंज के हरीनगर एरिया में बुधवार सुबह उस दौरान हड़कंप मच गया, जब स्कूटी चार्ज करने के दौरान बैटरी में धमाका हो गया और देखते ही देखते बैटरी में लगी आग ने पहले सोफे और फिर स्कूटी को चपेट में ले लिया। धमाके की आवाज सुनकर ऊपर के हिस्से में मौजूद परिवार ने पड़ोसी के घर में कूदकर जान बचाई। मामले की सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने करीब 45 मिनट की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। गनीमत रही कि आग में किसी को जानी नुकसान नहीं हुआ है। हालांकि, आग से स्कूटी पूरी तरह जलकर राख हो गई, जबकि आग की लपटों की वजह से घर को भी काफी नुकसान पहुंचा है।

खिड़कियों के कांच तक टूटे

हादसा बुधवार सुबह करीब 10.12 बजे का है। जल निगम रोड स्थित हरिनगर निवासी मो। नसीम घर में ही स्कूटी चार्ज कर रहे थे। तभी तेज धमका हुआ, परिवार के लोग घर के बाहर आए तो बरामदे में काले धुंए का गुबार और आग की लपटें फैल गई थीं। घर में नसीम, उनका छोटा बेटा साहिल और पत्नी आसमां मौजूद थे। धमाके से घर की खिड़कियों पर लगा कांच तक टूट गया। तेज आवाज सुनते ही घर के सभी सदस्य जान बचाने के लिए बाहर भागे, लेकिन आग नीचे के हिस्से में फैल चुकी थी। स्थानीय लोगों ने तुरंत दमकल विभाग को सूचना दी और वे आग पर काबू पाने का प्रयास करने लगे।

सांस लेना हुआ दूभर

पीड़िता आसमां ने बताया कि आग स्कूटी में लगी थी, चारों तरफ धुआं फैल गया था। दम घोटूं धुएं में सांस लेना भी मुश्किल हो रहा था। ऐसे में छज्जे पर पहुंचे और एसी पर चढ़कर पड़ोसी के घर में कूद कर तीनों ने जान बचाई। इसके थोड़ी ही देर बाद मौके पर दमकल कर्मी पहुंच गए, इसके बाद आग बुझाने का काम शुरू हुआ, करीब पौने घंटे में आग पर काबू पाया गया। आसमां ने बताया कि चार्जर हीट होने से पहले सोफे में आग लगी थी, जो कमरे में फैल गई। उसी से निकली लपट ने स्कूटी को जद में ले लिया। इससे स्कूटी और नीचे के कमरे में रखा सारा सामान जलकर राख हो गया।

पड़ोसियों की वजह से टला बड़ा हादसा

घटना के बाद एक पड़ोसी ने बताया कि मैं परिवार के साथ अपने घर में मौजूद था। धमाका इतनी तेज था कि सभी लोग सहम गए। मैंने पिता मो। जमीर के साथ बाहर जाकर देखा तो स्कूटी जल रही थी। तुरंत तीन घरों से पाइप लेकर मोटर चलाई गई। सभी ने आग पर काबू पाने का प्रयास किया। इससे आग अगल-बगल के घरों नहीं फैली। वहीं, मामले में एफएसओ चौक पुष्पेंद्र कुमार ने बताया कि पड़ोसियों की सतर्कता से आग ज्यादा नहीं फैली, वरना बड़ा हादसा हो सकता था।