लखनऊ (ब्यूरो)। केजीएमयू के रेस्पिरेट्री विभाग के एचओडी प्रो। सूर्यकांत ने विश्व अस्थमा सप्ताह के उपलक्ष्य में नेशनल अस्थमा अपडेट आयोजन के दौरान कहा कि वायु प्रदूषण, खराब जीवन शैली और तनाव जैसे कारण अस्थमा को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं। फास्ट फूड का प्रचलन भी बच्चों में अस्थमा बढ़ा रहा है। हालांकि, घर से बाहर जाने पर अगर मास्क लगाया जाये, तो इस समस्या पर लगाम लगायी जा सकती है।

43 प्रतिशत मौतें सिर्फ भारत में

वहीं, सवाई मान सिंह मेडिकल कॉलेज जयपुर के पूर्व सीएमएस डॉ। वीरेंद्र सिंह ने बताया कि विश्व में अस्थमा की वजह से होने वाली कुल मौतों में से 43 प्रतिशत भारत में होती हैं। इसका एक बड़ा कारण बढ़ता प्रदूषण और धूम्रपान है। अस्थमा रोगियों की जल्दी पहचान कर उचित उपचार देना बेहद जरूरी है। एम्स के डॉ। सौरभ मित्तल ने बताया कि गंभीर अस्थमा के मरीजों को जब दवाओं से बहुत फायदा नहींहोता, तो इस अवस्था में ब्रॉन्क्रियल थर्मोप्लास्टी कारगर साबित हो सकती है। विभाग के प्रो। अजय कुमार वर्मा, डॉ। ज्योति बाजपेई समेत अन्य ऑनलाइन व ऑफलाइन माध्यम से इस आयोजन का हिस्सा बने।

राजधानी में मिले कोरोना के 27 मरीज

राजधानी में कोरोना के बढ़ते मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। सोमवार को 27 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई। अधिकारियों के मुताबिक, अधिकतर मरीज बिना लक्षण वाले है और होम आइसोलेशन में है। वहीं, 15 मरीजों ने कोरोना वायरस को मात भी दी। इस समय राजधानी में कोरोना के 108 एक्टिव केसेस हैं।

मास्क पहनें, वैक्सीन लगवाएं

जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ। मिलिंदवर्धन के मुताबिक, राजधानी में अधिकतर मरीजों में कोई लक्षण नहीं दिख रहे हैं, जबकि कुछ में बेहद हल्के लक्षण ही देखने को मिल रहे हैं। लोगों से अपील है कि मास्क पहनकर ही बाहर निकलें और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें। साथ ही, समय पर वैक्सीन की सभी डोज लगवाएं।

यहां मिले इतने मरीज

एरिया मरीज

अलीगंज 6

आलमबाग 5

इंदिरानगर 4

सिल्वर जुबली 4

एनके रोड 3

चिनहट 2

कैसरबाग 1

सरोजनीनगर 1

टूडियागंज 1

लोकबंधु में खुला दवा काउंटर

लोकबंधु अस्पताल के गाएनी विभाग में मेडिसिन का एक काउंटर खोला गया है, जिससे यहां जांच कराने आने वाली महिला मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। एमएस डॉ। अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि पहले गाएनी विभाग में कोई दवा काउंटर नहीं था, जिसकी वजह से मरीजों को दूसरे काउंटर पर जाना पड़ता था। वहां लंबी लाइन की वजह से इंतजार करना पड़ता था। पर अब गाएनी विभाग में ही मेडिसिन काउंटर खोल दिया गया है।