लखनऊ (ब्यूरो)। डालीगंज रेलवे कालोनी स्थित अपने घर में 10वीं की एक छात्रा ने पंखे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस जांच में सामने आया कि घटना से पहले छात्रा के पिता ने उसे पढ़ाई-लिखाई को लेकर फटकार लगाई थी, जिसके बाद छात्रा ने अपने कमरे में जाकर मौत को गले लगा लिया। मामले में मदेयगंज थाना पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज परिजनों से पूछताछ में जुट गई।

दुपट्टे से लगाया फंदा

पुलिस के मुताबिक, डालीगंज रेलवे कालोनी में उमेश कुमार गुप्ता का परिवार रहता है। उमेश की 15 वर्षीय बेटी पूर्वी गुप्ता 10वीं क्लास में पढ़ती थी। मंगलवार सुबह परिजनों ने देखा कि उनकी बेटी दरवाजा नहीं खोल रही है। आवाज लगाने पर अंदर से कोई आवाज नहीं आई। जिसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई। किसी तरह दरवाजा खोला गया तो पूर्वी पंखे से दुपट््टे के सहारे लटकी मिली। आनन-फानन में उसे नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

परिवार में पसरा मातम

पुलिस को दिए बयान में पिता ने बताया कि उनकी बेटी सोमवार को घूमने गई थी। उन्हें जब इसके बारे में पता चला उन्होंने उसे काफी समझाया बुझाया और पढ़ाई-लिखाई पर फोकस करने को कहा। घटना के बाद घर में मातम पसरा हुआ है। पिता का रो-रो कर बुरा हाल है। उनका कहना है कि अगर उन्हें थोड़ी भी इसके बारे में भनक होती तो वह अपनी लाडली को कभी नहीं डाटते। बहरहाल, पुलिस ने उमेश का बयान दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।

******************************************

साइबर सेल ने वापस दिलाए 2.40 लाख रुपये

फोन-पे कस्टमर केयर बनकर जालसाजों ने एक व्यक्ति के बैंक खाते से 2.40 लाख रुपये की चपत लगा दी थी। मामला साइबर सेल के पास पहुुंचा तो पुलिस हरकत में आई और बैंक व आर्डर कंपनियों से संपर्क कर ठगी की रकम को खाते से निकाल कर पीडि़त को वापस करा दिया गया। साइबर पुलिस को दी शिकायत में राजकुमार अवस्थी ने बताया कि उनके मोबाइल पर 23 मई को एक व्यक्ति का फोन आया। उसने खुद को फोन-पे का कस्टमर केयर कर्मचारी बताया। फोन-पे पर दिक्कत होने पर उसने रस्टडेस्क नामक की एक ऐप डाउनलोड करवा दी और उसके कहे अनुसार मोबाइल की सेटिंग होती चली गई, लेकिन थोड़ी देर बाद ही उनके खाते से 2,40,700 रुपये उड़ गए। शिकायत पर साइबर सेल प्रभारी इस्पेक्टर सतीश चंद्र साहू की सुपरविजन में इंस्पेक्टर त्रिवेंद्र पाल सिंह, एसआई सौरभ मिश्रा, सैयद हसन आदिल, अनुज तोमर और सुनील की टीम ने बैंक से सपंर्क कर पीडि़त का 2.40 लाख रुपये पैसा वापस करा दिया।