लखनऊ (ब्यूरो)। एक तरफ जहां कॉमर्शियल बिल्डिंग्स के निर्माण में मानकों की अनदेखी की जाती है, वहीं दूसरी तरफ उनके बेसमेंट निर्माण पर सवाल उठ रहे हैं। एलडीए की ओर से कराए गए सर्वे में करीब 15 फीसद ऐसी बिल्डिंग्स सामने आई हैैं, जिनमें बेसमेंट निर्माण के दौरान मानकों की अनदेखी की गई है। अब एलडीए की ओर से चिन्हित बिल्डिंग्स को नोटिस जारी करने की तैयारी हो रही है।

पॉश एरिया में ज्यादा खेल

ज्यादातर कॉमर्शियल बिल्डिंग्स का निर्माण राजधानी के पॉश एरियाज में ही कराया जाता है। इसे ध्यान में रखते हुए एलडीए की ओर से गोमती नगर विस्तार, जानकीपुरम विस्तार, अलीगंज, गोमतीनगर आदि एरिया में सर्वे कराया गया और पूरा फोकस बेसमेंट निर्माण पर किया गया। इसकी वजह यह भी है कि अगर बेसमेंट कमजोर रहता है या मानकों के अनुरूप नहीं बनता है तो भविष्य में हादसा होने का खतरा बना रहता है। एलडीए की ओर से बेसमेंट को लेकर तीन से चार बिंदुओं पर अपनी रिपोर्ट तैयार कराई गई है।

अब दी जाएगी नोटिस

एलडीए प्रशासन की ओर से उन सभी कॉमर्शियल बिल्डिंग्स को नोटिस देने की तैयारी की जा रही है, जिनके बेसमेंट निर्माण में मानकों को नजरअंदाज किया गया है। अगर नोटिस के बाद भी स्थिति में सुधार नहीं होता है तो तत्काल कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही आवासीय निर्माणों में भी मानकों की चेकिंग की जा रही है। जिससे अलाया अपार्टमेंट जैसे हादसे की पुनरावृत्ति न हो सके। इसकी भी बकायदा अलग से लिस्ट बनाई जा रही है।

नक्शों की हो रही जांच

कॉमर्शियल निर्माणों के साथ-साथ ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट्स के नक्शों की भी जांच कराई जा रही है। चूंकि अब इंवेस्टर्स समिट और जी 20 कार्यक्रम समाप्त हो चुका है, ऐसे में अब एलडीए की ओर से पूरी तरह से अवैध निर्माणों पर फोकस किया जा रहा है और उनके खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी गई है। इसी कड़ी में गुरुवार को एलडीए ने कई अवैध निर्माण सील किए, जबकि पूरी तरह से अवैध निर्माणों को ध्वस्त किया गया। वीसी डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।

इन बिंदुओं पर की जा रही जांच

1-मानकों के अनुरूप बेसमेंट है या नहीं

2-नक्शे में बेसमेंट का उल्लेख है या नहीं

3-नक्शे के अनुरूप स्पेस दिया जा रहा है या नहीं

4-बेसमेंट निर्माण में निर्माण सामग्री की गुणवत्ता

बिना नक्शे के हो रहा था निर्माण, सील किया गया

एलडीए की ओर से अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी गई है। इसी कड़ी में एलडीए टीम की ओर से बाजारखाला और विभूतिखंड एरिया में अवैध निर्माणों को सील और ध्वस्त किया गया। वहीं, इसके साथ ही अन्य अवैध निर्माणों को भी चिन्हित किया जा रहा है।

चोरी छिपे ढंग से निर्माण

प्रवर्तन जोन-7 के जोनल अधिकारी डीके सिंह ने बताया कि अनिल कुमार श्रीवास्तव व अन्य द्वारा बाजारखाला में वाटर वक्र्स रोड पर नवाबगंज कोयला मंडी में अवैध निर्माण किया जा रहा था, जिसके विरुद्ध विहित न्यायालय में वाद संख्या-747/2021 योजित किया गया था। उक्त प्रकरण में विपक्षी द्वारा निर्माण के संबंध में कोई स्वीकृत मानचित्र एवं साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया गया तथा स्थल पर चोरी-छुपे निर्माण कार्य कराया जा रहा था। इस पर विहित न्यायालय द्वारा उक्त स्थल को सील किये जाने के आदेश पारित किये गये थे। उक्त आदेशों के अनुपालन में प्रवर्तन जोन-7 की टीम द्वारा प्राधिकरण पुलिस बल के सहयोग से परिसर को सील करते हुए पुलिस अभिरक्षा में सौंप दिया गया।

नियोजित भूमि से अवैध कब्जे हटाये गये

तहसीलदार अर्जन शशिभूषण पाठक ने बताया कि विभूतिखंड में चंदन अस्पताल के पीछे प्राधिकरण की अर्जित व नियोजित भूमि पर कुछ लोगों द्वारा अवैध रूप से कब्जा करके पक्के निर्माण करा लिए गए थे। जिसके विरुद्ध पूर्व में भी कार्यवाही करते हुए अवैध निर्माणों को ध्वस्त किया गया था। इसमें शेष बचे अवैध कब्जों के खिलाफ गुरुवार को फिर से अभियान चलाया गया। अवर अभियंता इम्तियाज अहमद ने बताया कि खाली करायी गयी जमीन की कीमत कई करोड़ रुपए है।