- शत प्रतिशत कूड़ा कलेक्शन व्यवस्था को करना होगा सुचारु

- निगम प्रशासन के बेहतर प्रयास से 12वीं रैंक आई राजधानी की

LUCKNOW: जिस तरह से राजधानी ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में परफॉर्म किया है, उससे साफ है कि अगर आठ बिंदुओं पर और प्रयास किए जाएं तो अगले स्वच्छता सर्वेक्षण में राजधानी की रैंक टॉप थ्री में या फिर नंबर वन पर आ सकती है। इसके लिए निगम प्रशासन को अभी से प्रयास शुरू करने होंगे। इन आठ बिंदुओं पर निगम प्रशासन को अभी से काम करना होगा। पेश है अभिषेक मिश्र की रिपोर्ट

1. डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन- वर्तमान समय में 40 फीसद घरों से वेस्ट कलेक्ट हो रहा है। इस प्रतिशत को 100 करना होगा, मतलब हर घर से कूड़ा कलेक्शन करना होगा।

2. शिवरी प्लांट- शिवरी प्लांट में लगे कूड़े के ढेरों का प्रॉपर निस्तारण करना होगा। इस बार पुराने कूड़े के ढेरों के कारण अंकों का नुकसान हुआ है।

3. वार्डवार सफाई- मुख्य मागरें पर सफाई बेहतर है, सकरी गलियों में भी सफाई व्यवस्था को और बेहतर बनाना होगा।

4. ओपन डंपिंग प्वाइंट्स- 100 के करीब डंपिंग प्वाइंट्स समाप्त हो चुके हैं। इसके बाद भी कई स्थानों पर ओपन डंपिंग प्वाइंट्स अभी हैं। यहां पर कॉम्पैक्टर लगाने की व्यवस्था करनी होगी।

5. ऑन स्पॉट निस्तारण- पब्लिक द्वारा की जाने वाली सफाई संबंधी समस्याओं का ऑन स्पॉट निस्तारण करना होगा। अभी लोगों को इसके लिए इंतजार करना पड़ता है।

6. टीम वर्क- पिछले स्वच्छता सर्वेक्षण के मुकाबले इस बार बेहतर टीम वर्क देखने को मिला। निगम प्रशासन को इस पर भी फोकस करना होगा कि हर वार्ड में बेहतर टीम कॉम्बिनेशन हो, जिससे सफाई व्यवस्था बेहतर हो सके।

7. डस्टबिन की व्यवस्था- सभी प्रमुख मागरें और बाजारों में डस्टबिन और लिटरबिंस की व्यवस्था करनी होगी। जिससे लोग इधर-उधर कूड़ा न फेंके।

8. प्रॉपर मॉनीटरिंग- सफाई व्यवस्था की मॉनीटरिंग के लिए कदम उठाने होंगे। जिससे हर स्तर पर नजर रखी जा सके।

बाक्स

जनता को निभानी होगी जिम्मेदारी

स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में पब्लिक फीडबैक ने भी अपना कमाल दिखाया है। पब्लिक फीडबैक बिंदु में निगम लखनऊ को बेहतर अंक हासिल हुए हैं। अब अगर लोग सफाई के प्रति और जागरुक हों तो निश्चित रूप से अगले सर्वेक्षण में निगम लखनऊ को और भी बेहतर अंक हासिल हो सकते हैं। अभी कई लोग सड़क पर कूड़ा फेंक देते हैं या पान मसाला थूक देते हैं, इस आदत से लोगों को दूरी बनानी होगी। वहीं पब्लिक को जागरुक करने के लिए भी निगम प्रशासन को समय-समय पर जागरुकता अभियान चलाना होगा।